रांची: आईसीएआर-भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान (आईआईपीआर), कानपुर ने वेबिनार के माध्यम से दो दिवसीय राष्ट्रीय चना फसल कार्य समूह की बैठक की. अध्यक्षता आईसीएआर उपमहानिदेशक (फसल सुधार) डॉ टीआर शर्मा ने की.
उन्होंने देश भर में फैले हुए परियोजना केंद्रों के विशाल नेटवर्क से चना फसल पर किए जा रहे शोध कार्यों तथा आधारभूत सूचनाओं के सृजन की सराहना की. राष्ट्रीय परियोजना अन्वेंषक डॉ जीपी दीक्षित ने देश भर में चल रहे चना फसल पर शोध उपलब्धियों का संकलित वार्षिक प्रतिवेदन पेश किया.
आईआईपीआर निदेशक डॉ एनपी सिंह ने विशेषज्ञों को उन्नतशील प्रजातियों, प्रभावी फसल प्रणाली, उपयुक्त फसल उत्पादन एवं संरक्षण तकनीकों के विकास और उन्नत तकनीकी प्रदर्शन एवं हस्तांतरण की रणनीति अपनाने की बात कही.
वेबिनार में आईसीएआर–अखिल भारतीय चना फसल समन्वित अनुसंधान परियोजना से जुड़े बीएयू वैज्ञानिकों सहित देश के 125 चना फसल विशेषज्ञों ने भाग लिया. बीएयू, रांची केंद्र के परियोजना अन्वेंषक डॉ कमलेश्वर कुमार ने चना फसल के 150 जीनोटाईप पर करीब 5 एकड़ में किये गए शोध उपलब्धियों और बीएयू की विकसित किस्म बिरसा चना-3 के प्रदर्शन पर चर्चा की. मौके पर बीएयू के डॉ एस कर्मकार, डॉ पीके सिंह और डॉ सबिता एक्का भी मौजूद थे.