गीतेश अग्निहोत्री,
कानपुर: कानपुर देहात के काशीपुर का हनुमान मंदिर अति प्राचीन है. यहां पर टूटी गदा वाले रक्षक हनुमान को पूजने के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं. तीस वर्षों से लगातार मंदिर में राम चरितमानस का अखंड पाठ हो रहा है और अखंड ज्योति जल रही है. ग्रामीण यह सब हनुमानजी कृपा व लोक शांति के लिए रहे हैं.
मैथा तहसील के काशीपुर हनुमान मंदिर में हनुमान की मूर्ति दोखंडे पर स्थापित है. जो अपने आप में अनूठी है. अमूमन टूटी मूर्ति पूजी नहीं जाती है. लेकिन केशीपुर में हनुमान लोक रक्षक के रूप में पूजे जाते हैं.
ग्रामीणों ने बताया कि पुराने समय में एक भक्त की आकाशी बिजली से रक्षा करने में उनकी गदा टूटी मानी जाती है. टूटे गदा के साथ मूर्ति पर एक नया गदा भी चढ़ाया गया है.
किवदंती की प्राचीन समय में यहां से राहगीर दूसरी जगह पर हनुमान की मूर्ति स्थापना के लिए ले जा रहे थे. यहां पर रूककर सुस्ताने लगे. बाद में उनकी बैलगाड़ी आगे नहीं बढ़ सकी और मूर्ति काशीपुर में स्थापित कर दी गई.
मौके पर ग्रामीण कपिल सिंह, रोहित सिंह, पुजारी राजेश अग्निहोत्री, कृष्णप्रताप सिंह, अनिल सिंह, राजेश गुप्ता, संजय गुप्ता, संग्राम सिंह, बीरू सिंह आदि ने बताया कि हनुमान जी पर भक्तों की असीम आस्था है.