रांची.दिगंबर जैन धर्मालंबियों ने आज सादगी के साथ क्षमावाणी पर्व मनाया. इस मौके पनर अहले सुबह अपर बाजार दिगंबर जैन मंदिर व रातू रोड स्थित भगवान वासुपुज्य जिनालय में चिंतामणी पार्श्वनाथ भगवान की मूल बेदी पर विराजमान कर मंत्रोच्चारण और घंटध्वनि और तालियों की गड़गड़ाहट के साथ मूलचंद, धर्मेद्र, बिजय कुमार, गजेंद्र कुमार द्वारा स्वर्ण कलशों से अभिषेक किया गया. इसके बाद 1008 च्रद्रप्रभु भगवान को पोडूशिला पर विराजमान कर विद्या देवी, नितेश कुमार, विकास कुमार पाटनी एवं पाटनी परिवार द्वारा भगवान की शांतिधारा की गई. पूजन व अन्य अनुष्ठान के सभी कार्यक्रम पंडित अरविंद जैन शास्त्री द्वारा संपन्न कराए गए. कोरोना संक्रामक को लेकर सभी कार्यक्रम सोसल डिस्टेसिंग के साथ किए गये. और सभी कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया गया. इस मौके पर लोगो नें अपने-अपने घरो में क्षमावाणी की विशेष पूजाअर्चना, आरती की. इस मौके पर रातू रोड स्थित भगवान वासुपुज्य जिनालय में भगवान की शांतिधारा, कलशाभिषेक किया गया इस मौके क्षमावाणी महापर्व के शांतिधारा धारा के पुन्यार्जक हेमंत सेठी सोनल उदित सानवी सेठी सपरिवार, कमल कुमार, अंकित कुमार ,अश्विन कुमार विनायका सपरिवार, सुनील कुमार, श्रेयांश कुमार,समर्थ कुमार सेठी, स्वरूप कुमार ,मनीष कुमार सेठी, मूलचंद जी कांति कुमार गंगवाल , रविंद्र कुमार, विशाल कुमार प्रकाश कुमार गोधा, मती किरण सेठी राहुल कुमार अनीश कुमार विवान सेठी, सिद्धार्थ कुमार, कासलीवाल , सोहन लाल दिलीप कुमार , आदित्य कुमार कियांश बाकलीवाल, मनोज कुमार, सीमा देवी आयुष गंगवाल ने कलशा अभिषेक की माला ली. लोगों ने अपनी गलती के लिए की क्षमा याचना रू क्षमावाणी पर्व के मौके पर आज जैन धर्मालंबियों ने वर्ष भर में जाने-अंजानें में हुई कोई गलती से किसी को ठेस पहुंची हो, मेरे क्रोध से किसी को दुख पुहंचा हो, मेके झूठ से किसी को परेशानी हुई हो, मेरे से किसी की
सेवा या दान में बाधा आयी हो, मेरे हर कण-कण से जो मैने किसी को निराश किया हो जाने अंजाने में आप के किसी कष्ट का कारण बना हूं तो मै मेरा मस्तक झुकाकर क्षमा मांगता हूं. और लोगों ने एक दूसरे से हाथ जोड़कर क्षमा याचना की. वही लोगों ने मोबाइल से कई संदेश लिखकर क्षमा मांगी.