लॉकडाउन अवधि में यूट्यूब पर 153 से अधिक वीडियो लेक्चर
रांची: कोविड– 19 की वजह से पूरे देश में लागू लॉकडाउन में झारखंड का एकमात्र बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) ने एग्रीकल्चर, हॉर्टिकल्चर व एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कॉलेजों से जुड़े अंडर ग्रेजुएट छात्रों के लिए ऑनलाइन लर्निंग का नया प्लेटफॉर्म प्रदान की है. बीएयू के कृषि संकाय द्वारा छात्रों के अध्ययन-अध्यापन के लिए मोबाइल ऐप और व्हाट्सएप के अलावा यूट्यूब पर वीडियो लेक्चर उपलब्ध कराया जा रहा है. करीब 100 दिनों में कृषि संकाय द्वारा 153 से अधिक 50-60 मिनट के वीडियो लेक्चर डाउनलोड किया जा चुका है. जिसे देश–विदेश में काफी सराहना मिल रही है.
वीडियो लेक्चर में एग्रोनोमी, एग्रीकल्चर इकोनॉमिक्स, एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चरल एक्सटेंशन, एंटोमोलॉजी, जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रीडिंग, हॉर्टिकल्चर, प्लांट पैथोलॉजी, प्लांट फिजियोलॉजी, स्वाँयल साइंस एंड एग्रीकल्चर केमिस्ट्री, एग्रीकल्चर स्टेटेटिक्स, होम साइंस, सीड टेकनोलॉजी आदि से सबंधित विषयों के लेक्चर शामिल है.
संकाय द्वारा एग्रीकल्चर, हॉर्टिकल्चर व एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कॉलेजों के विभिन्न विषयों में अनुभवी शिक्षकों के लेक्चर का प्रतिदिन वीडियो रिकॉर्डिंग कराया जा रहा है. वीडियो लेक्चर को “बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, रांची” नाम से रजिस्टर्ड यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है. जिसपर विषयगत कक्षा सामग्री का अध्ययन छात्र द्वारा आसानी से की जा सकती है. यूट्यूब पर डाले गए 153 वीडियो लेक्चर को बांग्लादेश, नेपाल, भूटान सहित देश के 2 हजार से अधिक छात्रों ने सब्सक्राइब किया है और इसे 91 हजार से अधिक व्यूज मिला है. पूरे देश के कृषि विश्वविद्यालयों के बीच यूट्यूब चैनल पर वीडियो लेक्चर का एकमात्र प्रयास है.
इस यूट्यूब चैनल से बीएयू के कांके (रांची), गढ़वा, देवघर तथा गोड्डा के 4 एग्रीकल्चर कॉलेज के कुल 620 छात्र-छात्राओं के अलावा एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग कॉलेज, कांके के 80 तथा हॉर्टिकल्चर कॉलेज, खूटपानी (चाईबसा) के 100 छात्र-छात्राओं को बेहद लाभ हो रहा है.
लेक्चर की प्रस्तुति शिक्षकों ने पावर पॉइंट के माध्यम से पेश की है. वीडियो लेक्चर का रिकॉर्डिंग, संपादन एवं यूट्यूब पर अपलोड का कार्य बीएयू मीडिया सेल के धर्मेन्द्र रावल तथा तकनीकी सहयोग जय रावल द्वारा किया जा रहा है.
डीन एग्रीकल्चर डॉ एमएस यादव बताया कि यूट्यूब चैनल पर वीडियो लेक्चर की इस सुविधा से कृषि संकाय के 6 कॉलेजों के कुल 800 छात्र –छात्राओं को कोर्सवार अध्ययन में काफी मदद मिल रही है. अध्यापन की इस सुविधा प्रदान किये जाने के बाद छात्रों के लिए 31 अगस्त से मिड टर्म एग्जाम आयोजन किया जा रहा है. प्रतिदिन 16 पेपर के प्रश्न पत्रों का एग्जाम लिया जा रहा है. 30 मिनट के इस ऑनलाइन एग्जाम शत-प्रतिशत छात्र शामिल हो रहे है. इस एग्जाम में बहुतायत छात्रों ने 80 प्रतिशत से अधिक प्राप्तांक हासिल किया है. छात्रों ने 120 मिनट तक के एग्जाम के संचालन करने और भाग लेने की बात कही है.
डॉ यादव ने कहा कि लेक्चर की प्रस्तुति में सभी शिक्षकों का भरपूर सहयोग मिला है . व्हाट्सएप्प,जूम,ऐप और ईमेल आदि ऑनलाइन एजुकेशन माध्यमों की अपेक्षा यूट्यूब चैनल पर एजुकेशन लर्निंग का तरीका काफी कारगर रहा है. इस चैनल में छात्रों के विषय संशयों का तत्परता के साथ टीचर्स समाधान करते है. देश के अन्य एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटीज के छात्रों के बीच भी विषयगत लेक्चर उपयोगी साबित हो रहे है.