खूंटी. अवैध अफीम की खेती से बदनाम खूंटी जिले में किसान अब गेंदा फूल की खेती से अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर बनाएंगे साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फ़ॉर लोकल के सपने को भी धरातल पर उतारेंगे.
खूंटी जिले के किसानों ने अपनी तकदीर अब गेंदा फूल की खेती के जरिये बदलने का संकल्प लिया है. स्वयंसेवी संस्था प्रदान और एसएचजी मेंबर्स एग्रो हॉर्टिकल्चर कोऑपरेटिव के माध्यम से खूंटी जिले के मुरहू, अड़की, तोरपा और गुमला जिले के कामडारा प्रखंड में करीब 500 महिला किसानों के बीच इस बार 14 लाख गेंदा फूल के पौधे वितरित किये गए हैं. अनिता देवी और पुष्पा कुमारी सिंह जैसी महिला किसानों को उम्मीद है कि इसके माध्यम से उनकी तकदीर बदल जाएगी.
किसानों को फूलों की खेती में मदद करने वाली संस्था का मानना है कि दीपावली और छठ में गेंदा फूल की भारी डिमांड रहती है. ऐसे में खूंटी के किसान दीपावली और छठ में गेंदा फूल की डिमांड स्थानीय फूल की खेती से ही पूरी कर सकेंगे और वोकल फ़ॉर लोकल के पीएम के सपने को भी सार्थक करेंगे.
किसानों का कहना है कि इस बार यदि गेंदा फूल की अच्छी खेती हुई तो उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो जाएगी. महिला मंडल से जुड़ी महिला किसान लगभग डेढ़ से दो करोड़ रुपये की फूल की मार्केटिंग करेंगी.
खूंटी जिले के सुदूरवर्ती कंकड़ीले – पथरीले बंजर भूमि में भी इस बार गेंदा फूल की महक बिखरेगी और फूल की खेती से किसानों की खस्ताहाल बनी आर्थिक स्थिति भी संवर जाएगी.