रांचीः धनबाद का चर्चित गांजा प्लांट कांड का एफआइआर ही फर्जी साबित होने की बात सामने आ रही है. इस मामले में जांच कर रही एजेंसी सीआईडी ने अपनी चार्जशीट न्यायालय को सौंप दी है.
जानकारी के अनुसार, इसमें कहा गया है कि घटना की तारीख कुछ और है और एफआईआर की तारीख कुछ और. एफआईआर में जो घटना स्थल बताया गया है वह भी गलत है. इस मामले में जबरन गांजा प्लांट किया गया था और चिरंजित घोष को फंसाया था. जहां साजिश रची गई, उसके बारे में भी क्रमवार चार्जशीट में लिखा गया है.
अब इस मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्यवाही होगी. फिलहाल यह मामला कुछ पुलिसकर्मियों और कोयला तस्करों की सांठगांठ से जुड़ा है. इस कड़ी में बंगाल के एक जेल के सिपाही की भी भूमिका बताई जा रही है. इस मामले में पूरक अनुसंधान जारी है. इसकी जानकारी न्यायालय को सीआईडी के अधिकारियों ने दे दी है.