अधिकारियों को सुनाई खरी खोटी, आधे घंटे की समझाइस के बाद लौटे
शिवपुरी: कोलारस थाना क्षेत्र के सनवारा में सोमवार को वन विभाग कि शासकीय जमीन कब्जे को लेकर यादव, गुर्जरो और आदीवासी समाज के कुछ लोगों ने सनवारा मोराई के आदिवासियों पर हमला कर दिया, जिसमें र्दजनों लोग घायल हो गए. जिन्हें पहले तो थाना प्रभारी कोलारस ने गंभीर घायलों को जिला चिकित्सायल भर्ती कराया. जिसके बाद आदिवासियों की शिकायत पर कोलारस पुलिस ने तत्काल आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.
समाज के उपर हुई बर्बता पूर्वक घटना के बाद मंगलवार को आदिवासी समाज का धैर्य टूट गया और दबंगों द्वारा दिये गए दर्द के खिलाफ समाज सड़क पर उतर आया और करीब आधा सेंकड़ों से ज्यादा महिला पुरूष कोलारस थाने के सामने पहुंचकर और आदिवासी समाज के लोगों पर हुए अत्याचार के खिलाफ प्रर्दशन शुरू कर दिया.
इस दौरान थाना प्रभारी संजय मिश्रा ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का भरकस प्रयास किये, लेकिन आदिवासी पुलिस से कोई बात करने को तैयार नहीं हुए और आला अधिकारीयों को बुलाने कि मांग पर अड़े रहे.
करीब दो घंटे के हंगामे के बाद सहरिया क्रांती के संयोजक संजय बैचेन पहुंचे और आदिवासियों को समझाने का प्रयास किया. हंगामे के करीब 1ः30 घंटे बाद कोलारस एसडीएम गणेश जयसवाल, तहसीलदार अखिलेश शर्मा, रेंजर कृतिका शुक्ला मौके पर पहुंच गई और जिसके बाद 30 मिनिट कि समझाईस के बाद आदिवासी समाज के लोगों ने धरना समाप्त किया.
धरना समाप्त करने से पहले आदिवासी समाज के लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि आखिर उनकी समाज को ही अतिक्रमण को लेकर शिकार बनाया जाता है, जबकी अन्य लोग सेंकड़ों बीघा जमीन जोत रहे है उन पर प्रशासन चुप है. जिस पर वन विभाग के अधिकारियों ने सभी पर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया.
दबंगों के कब्जों को अभदान देने पर वन विभाग पर भी उतरा आदिवासी समाज का गुस्सा-
इस वर्ष कोलारस विकासखंड क्षेत्र में वन विभाग सबसे ज्यादा चर्चाओं में हा है. सूत्र बताते है कि इस वर्ष कोलारस वन क्षेत्र कि हजारों बीघा वन विभाग और चरनाई भूमियों को उजाड़कर कब्जा हुआ है.
इस मामले पर भी आदिवासियों का गुस्सा प्रशासन के खिलाफ फूट पड़ा, आदिवासी समाज के लोगों ने कहा कि हम खुद हट जाएंगे, लेकिन पहले हजारों बीघा जमीन पर अतिक्रमण कने वालों को प्रशासन हटाकर दिखाए. यह मामला लगातार सोशल मीडिया कि सुर्खियां बना हुआ है.