बिहार: बिहार के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह को श्रद्धांजलि देने के बाद उनकी लिखी चिट्ठी पर सियासत शुरू हो गई है. RJD और NDA इसको लेकर आमने-सामने है. रघुवंश बाबू की मौत के बाद आरजेडी के नेता खुलेआम उनके द्वारा लिखी गई चिट्ठी पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
दरअसल, मौत से पहले रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपना इस्तीफा देते हुए एक चिट्ठी लिखी थी साथ ही सीएम नीतीश कुमार के नाम से कई चिट्ठियां लिखी थीं, लेकिन राजद का आरोप है कि यह चिट्ठियां और इनकी टाइमिंग अपने आप में संदेहास्पद हैं. राजद के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा है कि रघुवंश सिंह के पत्र में सरकार ने साजिश की है. कोई भी व्यक्ति आईसीयू से पत्र नहीं लिख सकता है.
आरजेडी के इन आरोपों पर एनडीए के नेताओं ने सवाल खड़े किए हैं. बीजेपी ने आरजेडी के बयान पर हमला बोलते हुए कहा कि आरजेडी अनपढ़ और गवारों की जमात है. पार्टी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि जिंदा रहते रघुवंश प्रसाद को लोटा भर पानी बताया और आज उनके जैसे विद्वान व्यक्ति की लेखनी पर सवाल खड़े कर रहे हैं. रघूवंश बाबू की आह से आरजेडी बर्बाद हो जाएगा.
जदयू नेता अजय आलोक ने भी इस मामले को लेकर आरजेडी पर हमला बोला है. अजय आलोक ने कहा कि ऐसे बयान देते हुए भी राजद के नेताओं को शर्म आनी चाहिये. आरजेडी नेताओं ने जीते जी उनका ख्याल नहीं रखा.अब उनके निधन के बाद ऐसे सवाल उठाकर और छोटा कर रहे हैं. बिहार में चुनावी साल है ऐसे में हर राजनीति दल रघुवंश प्रसाद सिंह के नाम का फायदा उठाना चाहती है.