रांची: निर्दलीय विधायक सरयू राय ने कहा है कि विधान सभा के पावस सत्र में पेश किया जाने वाला “भूमि सुधार संशोधन विधेयक” अभीतक सदस्यों के बीच प्रसारित नहीं हुआ है. जब विधान सभा का सत्र आहूत हो गया है तब मंत्रिपरिषद से पारित हो चुके इस विधेयक पर सदन के बाहर विचार व्यक्त करना और इसे विधान सभा में पेश होने से रोकनेवाली कोशिश करना उचित नहीं है. विधेयक मिलने के बाद ही इसके गुण-दोष पर विचार करना उचित होगा. यदि विधेयक का कोई अंश जनहित या राज्य हित में नहीं होगा तो मैं इस पर संशोधन पेश करूँगा. विधेयक के गुण दोष पर विचार करने के लिये विधान सभा को अवसर दिया जाना ही उचित होगा. इसके बाद ही इसपर जनता की अदालत में या मीडिया में बहस करना मुनासिब होगा.