चंदन कुमार,
मुजफ्फरपुर: शहर के बड़े व्यवसायी और जनप्रतिनिधि के घर, प्रतष्ठिान व अन्य ठिकानों पर लगातार 40 घंटे तक छापेमारी चली. लंबे समय के बाद शहर में लगातार 40 घंटे तक चली छापेमारी से व्यवसायियों में हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा है कि इससे पहले वर्ष 2015 में सरैयागंज इलाके के ही एक व्यवसायी के घर पर लगातार तीन दिनों तक छापेमारी की गई थी. व्यवसायी व जनप्रतिनिधि के आवास पर गुरुवार की सुबह दस बजे से शुक्रवार की देर रात तक छापेमारी जारी रही. शनिवार को सरैयागंज स्थित हार्डवेयर की दुकान खुली. छापेमारी के दौरान जब्ती के संबंध में आयकर विभाग की ओर से आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
बताया जा रहा है छापेमारी के दौरान मिले कागजात, संपत्ति व अन्य फीडबैक के आधार पर आयकर की अन्वेषण की टीम ने आगे की जांच शुरू कर दी है. व्यवसायी व गवाहों के हस्ताक्षर के बाद अन्वेषण की टीम कुछ कागजातों को जब्त कर ले गई. विभाग की टीम छापेमारी से पूर्व काफी दिनों से व्यवसायी व उनके करीबियों की संपत्ति आदि के बारे में ब्योरा जुटा रही थी.
शहर के एक वरिष्ठ सीए ने बताया कि आयकर की छापेमारी न्यूनतम दो दिनों तक चलती है. इस दौरान तमाम आय, व्यय व चल-अचल संपत्ति आदि का आकलन किया जाता है. टैक्स चोरी पकड़ में आने के बाद जुर्माना आदि की कार्रवाई की जाती है.
आधा दर्जन ठिकानों पर हुई थी छापेमारी
आयकर की अन्वेषण इकाई के पटना व मुजफ्फरपुर समेत कई शहरों से पहुंचे अधिकारियों ने गुरुवार की सुबह व्यवसायी के सरैयागंज स्थित आवास व हार्डवेयर की दुकान, कोचिंग, स्कूल व बालूघाट स्थित एक साझेदार के आवास समेत आधा दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की. एक साथ बड़े व्यवसायी व उनके करीबियों के कई ठिकानों पर छापेमारी से हड़कंप मच गया. छापेमारी के बाद व्यवसायी बिलकुल तनाव मुक्त दिखे. उन्होंने दावा किया कि कुछ गड़बड़ी नहीं की है. छापेमारी में किसी तरह की गड़बड़ी पकड़ में नहीं आयी.