तेलंगाना: तेलंगाना के यादाद्री भुवनगिरी जिले के रायगीर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर यादाद्री रेलवे स्टेशन रखा गया है. इस संबंध में केंद्र से आदेश जारी हुए हैं. गौरतलब है कि राज्य सरकार यादाद्री तीर्थस्थल को विश्वस्तरीय अध्यात्मक क्षेत्र में तब्दील किया जा रहा है.
सरकार का मानना है कि यादाद्री मंदिर का पुनर्निर्माण, विकास के काम पूरे होने पर देश के कोने-कोने से रोजाना लाखों भक्त यहां आएंगे. इसी के तहत मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने घटकेसर तक मौजूद एमएमटीएस सेवा को रायगीर तक बढ़ाने और इसके साथ रायगिर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर यादाद्री रेलवे स्टेशन रखने की अपील की थी.
इसी क्रम में एमएमटीएस को मंजूर कर चुकी केंद्र सरकार ने अब रेलवे स्टेशन का नाम भी बदल दिया है. इस संबंध में इस महीने की 18 तारीख को दक्षिण मध्य रेलवे के अधिकारियों ने आदेश जारी किया. पिछले वर्ष सितंबर में राज्य सरकार ने गजिट में नाम बदलते हुए आदेश जारी किया गया था. यादगिरिगुट्टा से रायगीर रेलवे स्टेशन तीन किलो मीटर दूर है. सिकंदराबाद-खाजीपेट सेक्शन में भुवनगिरी-वंगपल्ली के बीच रायगीर रेलवे स्टेशन है. श्रद्धालू रायगिर में उतर कर यादगिरीगुट्टा जाते हैं.
केंद्र सरकार का फैसला सराहनीय
इस बीच, भुवनगिरी के पूर्व सांसद डॉ. बूरा नरसय्या गौड़ ने रायगीर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर यादाद्री रेलवे स्टेशन करते हुए केंद्र सरकार द्वारा लिए गए फैसले पर हर्ष व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन का नाम बदलने से यादाद्री देशभर में मशहूर होगा. वर्ष 2016 में ही एमएमटीएस ट्रेन सेवा यादाद्री तक बढ़ाने के लिए केंद्र मंजूरी दे चुका है. इस मौके पर पूर्व सांसद ने केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय का आभार व्यक्त किया.