जगदम्बा प्रसाद शुक्ल,
प्रयागराज: अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा की इलाहाबाद इकाई के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आज किसानों, मजदूरों और बालू मजदूरों की एक रैली बीकर, देवरिया, दलवाबारी गांव में निकाल कर केन्द्र सरकार द्वारा पारित किसान विरोधी तीन कानूनों का विरोध किया.
यह कानून आवश्यक वस्तु, मंडी समीति व ठेका खेती से सम्बंधित हैं और यह विदेशी कम्पनियों व बड़े कार्पोरेटों को गांव की मंडियों में अपनी निजी मंडियां लगाकर खेती की पैदावार, फसल की बिक्री, परिवहन, भंडारण, प्रसंशकरण व बाजार पर नियंत्रण स्थापित करने की अनुमति देते है.
इस विरोध में उ0प्र0 सरकार द्वारा केवल प्रयागराज जिले के यमुना नदी में बालू खनन में नाव से बालू पर प्रतिबन्ध लगाने के 24 जून 2019 के शासनादेश का भी विरोध किया गया. इस कानून में लाखों बालू मजदूरों को बेरोजगार कर दिया है और वे रोजी-रोटी कमाने के संकट से गुजर रहे हैं. नेताओं ने योगी सरकार की संवेदनहीनता की निंदा की है.
रैली के अंत में इन कानून व सरकारी आदेशों का पुतला फूंककर विरोध दर्ज कराया गया.
यह अभियान एआईकेएससीसी द्वारा चलाये जा रहे खेती के तीन कानूनों, बिजली बिल 2020 जो बिजली के दाम ढाई गुना बढ़ा देगा तथा डीजल, पेट्रोल के दाम में की गई तेज वृद्धी पर एआईकेएससीसी के आंदोलन का हिस्सा है. 25 सितम्बर को उ0प्र0 के ग्रामीण इलाकों में बड़ी-बड़ी सभायें व कुछ जगहों पर बंद का आयोजन किया जायेगा. सभा मे नेत्रृत्व विनोद निषाद, राम मूरत निषाद, संजय निषाद,दीपचंद निषाद,श्याम बाबू,राम आसरे, पंचम, बसंती देवी,किरन देवी तारा मनी विमला देवी आदि मौजूद रहे.