जगदम्बा प्रसाद शुक्ल,
प्रयागराज: राष्ट्रीय कवि संगम काशी प्रान्त, प्रयागराज के तत्वाधान में हाइफा विजय दिवस के अवसर पर प्रतिमा मिश्रा द्वारा हाइफा सैनिकों को काव्यपाठ द्वारा श्रद्धांजलि दी गई,
काव्य गोष्ठी में कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि जनकवि प्रकाश एवं संचालन डॉ नीलिमा मिश्रा द्वारा किया गया.
- फ़िदा जो कर गये हैं जानो तन इस देश की ख़ातिर ,
- शहीदों की मज़ारों पर हमें दीपक जलाना है.
- इस अवसर पर जनकवि ने कहा लेखक, साहित्यकार, पत्रकार, कवि, कुल देश को दिशा विहीन होने से बचाते हैं .
- कवियत्री वंदना शुक्ला ने कहा -शत् शत् भूमि को नमन कीजिए.
- सुशील शुक्ल हर्ष -हम हैं धरती के दुलारे खेत ही हैं घर हमारे. कृष्णा कामिल ने कहा वो खिजां में इधर कहां आया,
- लुट गए गुल तो बागवां आया
- भूखे बच्चों में तब ख़ुशी आई
- घर के चूल्हे में जब धुंआ आया .
- श्याम कुंवर भारती ने अपनी रचना ये दिल तुमको कैसे दे दू जो वतन के नाम हो गया ,
- मैं मैं न रहा मैं खुद हिंदुस्तान हो गया सुनाया . गीता सिंह, श्वेता तायल, मुन्ना माशूम, अरविंद उपाध्याय, बबलू सिंह बहियारी आदि ने काव्यपाठ किया. प्रतिमा मिश्रा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया.