चार वर्षों में 9 का निर्माण सिर्फ 20 से 65 प्रतिशत हुआ पूरा, 7 जिलों में निर्माण कार्य नहीं हो पाया शुरू
रांची: झारखंड सरकार ने वर्ष 2016 में पांच-पांच हजार एमटी क्षमता वाले 16 नये कोल्ड स्टोरेज बनाने का काम निर्णय लिया था, लेकिन चार वर्ष बीत जाने के बावजूद अब तक सात कोल्ड स्टोर का निर्माण कार्य भी शुरू नहीं हो पाया है, वहीं नौ कोल्ड स्टोर का निर्माण कार्य शुरू भी हुआ है, तो वह भी 20 से 65 प्रतिशत ही पूरा हो पाया है.
कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के प्रत्येक जिले में पांच हजार एमटी क्षमता का एक-एक कोल्ड स्टोरेज का निर्माण चरणबद्ध तरीके से किया जाता है, जिसके तहत 16 जिलों लोहरदगा, बोकारो, चतरा, पूर्वी सिंहभूम, पलामू, साहेबगंज, रांची, गुमला, देवघर, गिरिडीह, सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम, गढ़वा, गोड्डा, कोडरमा और दुमका में कोल्ड स्टोरेज का निर्माण झारखंड राज्य भवन निर्माण विभाग के माध्यम से किया जा रहा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार 121 करोड़ की लागत से बन रहे इन कोल्ड स्टोरेज निर्माण का कार्य इतने वर्षों के बाद भी अब तक मात्र 20 से 65 प्रतिशत ही पूरा हो पाया है, वहीं 9 कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कार्य अधूरा है और 7 कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कार्य अब तक शुरू ही नहीं हुआ है. रांची जिले के कांके प्रखंड अंतर्गत बोरियो में अर्द्ध निर्मित 2400 एमटी क्षमता वाला कोल्ड स्टोरेज 2017 में ध्वस्त भी हो गया, लेकिन विभागीय जांच के बाद भी अब तक दोषी पदाधिकारियों के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई है. हालांकि इस मामले में कांके थाना में 28 जुलाई 2017 को कांड दर्ज कर लिया गया है, जिसके तहत प्राप्त पुलिस अनुसंधान प्रतिवेदन के अनुसार प्राकृतिक आपदा के समान हुई अत्यधिक वर्षा को शीत गृह के ध्वस्त होने का मुख्य कारण बताया गया है और इस रिपोर्ट की समीक्षा विभागीय स्तर पर की जा रही है.