रांची: शहर के जाने-माने समाजसेवी, शिक्षाविद और सामाजिक संस्था श्रीरामकृष्ण सेवा संघ के सहायक सचिव तुषार कांति शीट ने कहा है कि केंद्र सरकार की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति वर्तमान समय की मांग है. इससे शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर परिणाम मिलेंगे. उन्होंने कहा कि हम वर्षों पुरानी शिक्षा नीति के भरोसे शिक्षा को बेहतर स्थिति में ले जाने की बात नहीं कर सकते हैं. पुरानी शिक्षा नीति में बदलाव की मांग काफी अरसे से की जा रही थी.
उन्होंने कहा कि शिक्षा नीति को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के बीच समन्वय आवश्यक है. समय रहते इसे लागू किया जाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू कराने की दिशा में प्रयासरत केंद्र सरकार को फिलहाल देश के कई राज्यों में विरोध का सामना करना पड़ रहा है. संभव है कि नई शिक्षा नीति में कुछ त्रुटियां रह गई हो, लेकिन इसमें सुधार की संभावनाओं से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है.
शिक्षा नीति को लेकर उत्पन्न तमाम परिस्थितियों के बीच यह माना जा रहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने से पूर्व राज्य और केंद्र सरकारों के बीच आपसी सहमति होना चाहिए. उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति देश हित व राज्य हित में है. पुरानी शिक्षा पद्धति में परिवर्तन करने की मांग विभिन्न स्तरों पर पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में भी की जाती रही है. इस दिशा में केंद्र व राज्य सरकारों को एक साथ मिलकर इसे लागू करने की आवश्यकता है. ताकि देशवासियों को इसका भरपूर लाभ मिल सके.