रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा बिहार में विधानसभा चुनाव जीत चुका है. वर्ष 2005 के विधानसभा चुनाव में झामुमो के प्रत्याशी ने चकाई विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी. एकीकृत बिहार में 2000 में हुए विधानसभा चुनावों में झारखंड मुक्ति मोर्चा को 17 सीटें हासिल हुई थी.
15 नवंबर, 2000 को झारखंड गठन होने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाई थे. 2015 में बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में 32 सीटों पर झामुमो ने अपना उम्मीदवार उतारा था, हालांकि एक भी सीट पर पार्टी जीत नहीं पाई थी. वहीं दूसरी तरफ 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 41 सीटों पर चुनाव लड़ा उनमें से एक सीट पर जेएमएम का कब्जा भी हुआ. चकाई विधानसभा सीट पर बिहार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह के बेटे सुमित सिंह ने जेएमएम के टिकट पर जीत हासिल की.
इस साल झामुमो ने सात सीटों पर उम्मी्दवार उतारने का निर्णय लिया है. पार्टी चकाई, झाझा, कटोरिया, धमदाहा, नाथनगर, मनिहारी, पीरपैंती सीट पर चुनाव लड़ रही है.
2015 में हुए विधानसभा चुनाव में झामुमो का पार्टी सिंबल तीर-धनुष चुनाव आयोग ने निरस्त कर दिया था. बिहार में सत्ताधारी जदयू का चुनाव चिन्ह तीर है और पार्टी ने इस बाबत चुनाव आयोग से संपर्क किया, जिसके बाद झामुमो का चुनाव चिन्ह तीर धनुष बिहार विधानसभा चुनाव में मान्य नहीं रहा.