रांची: महाराष्ट्र के चर्चित भीमा कोरेगांव मामले में स्टेन स्वामी की गिरफ्तारी को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस एवं झामुमो के द्वारा विरोध जताना इस बात की पुष्टि करता है कि झारखंड सरकार की नीति और नीयत क्या है?
स्टेन स्वामी अर्बन नक्सलवाद के प्रमुख सूत्र धारों में से एक माने जाते रहे हैं उक्त विचार भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार ने झारखंड सत्तारूढ़ दल के नेताओं के द्वारा किए जा रहे विधवा विलाप पर प्रतिक्रिया देते हुए कही.
उन्होंने आगे कहा कि अर्बन नक्सलवाद आज देश एवं समाज के लिए बहुत बड़ा खतरा एवं चिंता का विषय बन चुका है. स्वामी जैसे वामपंथी चेहरे सामाजिक कार्यकर्ता के नाम पर झारखंड के जनजातीय समुदाय का कितना भला करते रहे हैं यह किसी से छुपा नहीं है.
दुर्भाग्यवश जैसे ही झारखंड में कांग्रेस-झामुमो की सरकार बनी धर्मांतरण एवं नक्सलवाद की गतिविधियां तेजी से बढ़ने लगी. भाकपा माओवादी के फ्रंट ऑर्गनाइजेशन पीपीएससी से जुड़े स्वामी हार्डकोर वामपंथी कार्यकर्ता है.
उन्होंने कहा कि एनआईए की टीम ने अगर 10000 पन्नों की चार्जशीट तैयार की है तो इसका कोई मतलब निकलता है. स्वामी का मामला पूरी तरीके से देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ा हुआ मामला है.
सरकार विधि सम्मत ही कार्रवाई कर रही है. कांग्रेस पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं एनआईए की कार्रवाई पर राजनीतिक बयान देना इनकी वास्तविक सोच को उजागर करता है.
उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने अपने पहले कैबिनेट में ही राष्ट्रविरोधियों के मुकदमे वापस करके अपनी मंशा जाहिर कर चुकी है.