धनबाद: धनबाद जिले के सुदामडीह थाना क्षेत्र के भौंरा में जेएमएम नेता शंकर रवानी और उसकी पत्नी की गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी गई. दोनों का शव भौंरा के गौरखूंटी स्थित घर में खून से लथपथ मिला है. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल कर रही है. पुलिस ने मौके से खोखा भी बरामद किया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा के धनबाद महानगर कमेटी के उपाध्यक्ष शंकर रवानी और उनकी पत्नी बालिका देवी की गोली मारकर शनिवार की रात हत्या कर दी गई है. पति-पत्नी का लहूलुहान शव रविवार सुबह भौंरा स्थित घर में मिला.
दोनों की हत्या की सूचना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई. लोगों की भीड़ जुट गई. पुलिस भी मौके पर पहुंच मामले की जांच-पड़ताल शुरू की. इस घटना को दो परिवारों के बीच चल रही खूनी लड़ाई के परिणाम के रूप में देखा जा रहा है.
भौंरा गौरखूंटी निवासी झामुमो धनबाद के महानगर उपाध्यक्ष 50 वर्षीय शंकर रवानी और 45 वर्षीय उनकी पत्नी बालिका देवी की नृशंस हत्या शनिवार की देर रात अपराधियों ने गोली मारकर और चाकू से गोदकर कर दी.
घटना की जानकारी सुबह में लोगों को दोनों के घर से नहीं निकलने पर मिली. शंकर का एक पुत्र करण रवानी 22 वर्षीय बाहर में पढ़ता है. घटना की जानकारी पाकर सिंदरी के डीएसपी एके सिन्हा भौरा ओपी प्रभारी कालिका राम, सुदामडीह थाना प्रभारी व आदि थानों की पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन कर रही है.
हत्या का कारण आपसी रंजिश और राजनीतिक द्वेष बताया जाता है. शंकर की हत्या की जानकारी पाकर सिंदरी में रहने वाली उनकी बहन व अन्य परिजन मौके पर पहुंचे. परिवार के लोग रो-रोकर बेहाल हैं.
डीएसपी का कहना है कि झामुमो नेता और उनकी पत्नी की हत्या हुई है. हत्यारे की खोजबीन जारी है. हत्यारे को जल्द पकड़ लिया जाएगा. घटनास्थल से पुलिस ने चाकू और नाइन एमएम का एक खोखा जब्त किया है. घटना से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है. लोगों ने पुलिस प्रशासन से हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है.
आपसी रंजिश को लेकर शंकर के पुत्र कुणाल की 3 वर्ष पूर्व हुई थी हत्या
वर्ष 2017 में आपसी रंजिश को लेकर झामुमो नेता शंकर रवानी के पुत्र 25 वर्षीय कुणाल रवानी की हत्या इसी तरह अपराधियों ने कर दी थी. रेनबो ग्रुप चेयरमैन धीरेन रवानी की हत्या का आरोप कुणाल पर लगा था. इसके बाद लोगों व भीड़ ने कुणाल की नृशंस हत्या कर दी.
रेनबो ग्रुप के धीरेन रवानी और कुणाल की हत्या एक ही दिन हुई थी. इसके बाद से ही दोनों परिवार में आपसी रंजिश की आग और धधक उठी थी. मामला अभी भी थाना व कोर्ट में चल रहा है.