-झारखंड गृहरक्षा वाहिनी के नवचयनित उम्मीदवारों का धरना जारी
रांची: ‘सरकार हमारी हाथ जोड़कर आपसे प्रार्थना है कि हमें नौकरी दे दीजिए.. क्योंकि, इस नौकरी से हमारे परिवार का भविष्य जुड़ा हुआ है..’ हमारे माता-पिता बड़ी कठिनाइयों से हमें पढ़ाया है, ताकि हमारा भविष्य बन सके, इतना होने के बाद भी हम आज भी गरीब और बेरोजगार हैं.
हम सब में से कई ऐसे उम्मीदवार हैं, जिनकी उम्र सीमा खत्म होने वाली है. हमारी कोई नहीं सुनता. क्या करें कुछ समझ में नहीं आ रहा है..’ यह कहना है रांची में नियुक्ति की मांग को लेकर धरना दे रहे झारखंड गृहरक्षा वाहिनी के नवचयनित उम्मीदवारों का.
उम्मीदवारों का कहना है कि सरकार ने वर्ष 2016 में विज्ञापन जारी किया था. जिसका विज्ञापन संख्याा 01/2016 है. इस विज्ञापन के आलोक में हमने आवेदन भरा, वर्ष 2017 में हमलोगों का शारीरिक जांच जैप-वन डोरंडा में हुआ, हमलोग सफल भी हुए.
हमलोग कड़ी मेहनत कर यहां तक पहुंचे हैं. हमसभी चयनित उम्मीदवार हैं, अभी तक हमलोगों को प्रशिक्षण नहीं दिया गया है. नौकरी देने की मांग को लेकर गृहरक्षा वाहिनी विगत पांच अक्टूबर से मोरहाबादी मैदान में धरना दे रहे हैं. धरना में लगभग 1029 उम्मीदवार शामिल हैं. धरना देने वालों में महिलाएं भी शामिल हैं.
नशेड़ी और गंजेड़ी लोग हमें करते हैं तंग, भद्दी-भद्दी गालियां देते हैं
-धरना दे रहीं महिलाओं ने बतायी परेशानी
तमाम कोशिशों के बावजूद पुलिस प्रशासन मोरहाबादी इलाके को नशेड़ियों और गंजेड़ियों की चंगूल से नहीं छुड़ा पायी. रात में आने-जाने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हद तो तब हो गयी जब मोरहाबादी मैदान में अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहीं गृहरक्षा वाहिनी की महिला अभ्यर्थियों को परेशान करने लगे.
खासकर महिलाओं को रात में परेशानी हो रही है. नशेड़ी और गंजेड़ी लोग लगातार आकर भद्दी-भद्दी गालियां दे रहे हैं. महिलाओं के साथ लगातार इस तरह की घटना हो रही है. धरना दे रहीं महिलाओं को काफी भय के माहौल में रहना पड़ रहा है.
महिलाओं को शौच जाने काफी दिक्कत हो रही है. उन्हें डर लग रहा है. उन्हें यह डर सता रहा है कि कहीं उनके साथ छेड़खानी ना करदे. अभ्यर्थियों का कहना है कई बार मुख्यमंत्री के समक्ष भी समस्या को रखा गया पर सिर्फ आश्वासन ही मिला है. अब तो आत्महत्या ही रास्ता बचा है.