रांची: मुक्ति संस्था के द्वारा रिम्स में पड़े 33 लावारिस शवों को जुमार नदी तट पर पूरे रीति रिवाजों के अनुसार, सर्व धर्म प्रार्थना कर सामूहिक अंतिम संस्कार किया गया.
प्रातः नौ बजे संस्था द्वारा जुमार नदी के तट पर चिता सजायी गयी. फिर रिम्स से शवों को लाकर चिता पर सजाया गया और मुक्ति संस्था के अध्यक्ष प्रवीण लोहिया ने मुखाग्नि प्रदान की.
इस कार्यक्रम में नगर निगम और रिम्स के कर्मचारियों का सहयोग प्राप्त हुआ. साथ ही निगम द्वारा ट्रैक्टर, लकड़ी और किरासन तेल की व्यवस्था दी गयी.
इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष प्रवीण लोहिया, राजा गोयनका, आसुतोष अग्रवाल, संदीप पपनेजा, अमरजीत गिरधर, हरीश नागपाल, बलवीर जैन, मनीष जैन, नीरज खेतान, रवि अग्रवाल एवं अन्य लोग उपस्थित थे.
मुक्ति संस्था के अध्यक्ष प्रवीण लोहिया ने बताये कि आज मिला कर कुल 1021 शवों का अब तक मुक्ति संस्था द्वारा अंतिम संस्कार किया जा चुका है.
मुक्ति संस्था के अध्यक्ष प्रवीण लोहिया ने बताये कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते अंतिम संस्कार में सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइंस के चलते संस्था की ओर से ज्यादा सदस्य शामिल नहीं हो सके.
अंतिम संस्कार में सीमित सदस्य ही आने की अनुमति दी गई. वहीं रिम्स और नगर निगम की टीम के लोगों के द्वारा सहयोग प्राप्त हुआ. कोविड-19 गाइडलाइंस का पूरा पालन करते हुए शवों का पूरे विधि विधान से अंतिम संस्कार किया गया.