रांची: कोरोना काल में देश दुनिया में शिक्षण व्यवस्था भी बड़े बदलाव से होकर गुजर रही है. कोरोना काल में स्कूलों के बंद रहने की वजह से आपने ऑनलाइन क्लासेज की चर्चा तो खूब सुनी होगी. अब जानें टोला क्लासेज के नए विचार को, जिसकी शुरुआत धनबाद जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर बलियापुर प्रखंड के वीरसिंहपुर गांव में हुई है.
कोविड के कारण जहां आजकल निजी स्कूलों के बच्चे ऑनलाइन अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं, वहीं सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कुछ बच्चों को स्मार्टफोन नहीं होने तथा इंटरनेट नेटवर्क के ठीक ढंग से काम नहीं करने के कारण इसमें कुछ दुश्वारियां हैं. इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर धनबाद जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर बलियापुर प्रखंड के वीरसिंहपुर गांव में टोला क्लासेज की शुरुआत हुई है. इलाके के शिक्षकों की पहल पर यहां आसपास के 15 बच्चों का समूह बनाकर टोला क्लासेज चलाई जा रही है.
झारखंड-बंगाल बॉर्डर के दामोदर नदी से सटे इस गांव के स्कूल में लॉकडाउन के बाद से ही ताला लटका पड़ा है, लेकिन टोला क्लासेज ने यहां के बच्चों में एक बार फिर से शिक्षा की अलख जगा दी है.
टोला क्लासेज का यह नया विचार आजकल इस क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हो गया है तथा इसे बच्चों के साथ साथ अभिभावक भी पसंद कर रहे हैं.
कोरोना काल में टोला क्लासेज की इस नयी व्यवस्था ने धनबाद जिला अंतर्गत बलियापुर प्रखंड के वीरसिंहपुर गांव में पठन पाठन को एक बार फिर पटरी पर ला दिया है, जिसपर चल कर देश के नौनिहाल अपना भविष्य गढ़ रहे हैं. शिक्षकों को अपने काम तथा शिक्षण के दायित्वों को पूरा कर आत्मसंतुष्टि प्राप्त हो रही है.