हैदराबाद: तेलंगाना राज्य में लगातार हो रही बारिश के बीच मंगलवार देर शाम एक भीषण हादसा हो गया है. राजधानी हैदराबाद में भारी बारिश के चलते दो घर ध्वस्त हो गए. देर रात 12 बजे तक की खबर के अनुसार 9 लोगों के शवों को निकाला जा चुका है. अभी और लोगों के दबे होने व घायल होने की आशंका है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल की टीम मौके पर है और राहत व बचाव का काम कर रही है. स्थानीय नेता व सांसद असदुद्दीन औवैसी भी घटनास्थल पर पहुंच कर राहत कार्य की निगरानी कर रहे हैं.
बंगाल की खाड़ी में बने हवा के कम दबाव के कारण पिछले पांच दिनों से तेलुगु भाषी राज्यों में लगातार भारी बारिश हो रही है. इस बीच मंगलवार देर शाम पुराने शहर चंद्रायणगुट्टा पुलिस थाना क्षेत्र में घोउसनगर में दो घरों की छत गिर गई. शामं होने के कारण से घर के अधिकांश सदस्य अंदर ही थे. बताया जा रहा है कि कुल 14 से अधिक लोगों के दब जाने की आशंका थी. तत्काल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया. रात 12 बजे तक उन घरों से मलबे से 9 शवों को निकाला जा चुका था. 4 अन्य घायल भी निकाले गए हैं. अभी खोजबीन जारी है. एक घर के 5 परिवार सदस्य और दूसरे घर में 4 सदस्यों के शव राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (एनडीआरफ) टीम ने मलबे के नीचे से बाहर निकाला है. मृतकों में तीन बच्चे होने की पुष्टि हुई. इस मामले में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है.
हैदराबाद के सांसद व मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. वे पुलिस और एनडीआरएफ की टीम से जानकारी प्राप्त कर रहे हैं और जरूरी निर्देश भी दे रहे हैं.
मंगलवार को दिन भर हैदराबाद के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है. इसके चलते बंजारा हिल्स, जुबली हिल्स, माधापुर, खैरताबाद, पंजागुट्टा, पुराने शहर के चंद्रायणगुट्टा, गौलीपुरा, चारमीनार, फलकनुमा, उप्पुगुड़ा में सड़कों पर बारिश का पानी जमा होने से वाहनों की आवाजाही बुरी तरह से प्रभावित हुए है. राजधानी हैदराबाद के कई क्षेत्रों में बड़े-बड़े पेड़ टूटकर गिर गए हैं तथा विद्युत आपूर्ति ठप्प हो गई है. भारी बारिश के मद्देनजर जीएचएमसी के कर्मचारी और एसडीआरएफ की टीमें अलर्ट कर दी गई हैं. जीएचएमसी कंट्रोल रूम को मिलने वाली शिकायतें स्वीकार करते हुए उनका तत्काल समाधान किया जा रहा है.
इस बीच भारी बारिश के चलते हिमायतसागर बांध का जलस्तर भी खतरे के निशान को पार कर गया है. हैदराबाद मेट्रोपॉलिटिन वाटर सप्लाई के महाप्रबंधक ने देर रात ऐलान किया है कि वर्तमान में इसका जलस्तर 17360 फीट पहुंच गया है. बांध को बचाने के लिए उसके तीन गेट खोले जाने की मुनादी शुरू कर दी गई है. इससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है व प्रशासन भी उस पर नजर रखे हुए है.