नयी दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि कोरोना के मद्देनजर जी 20 देशों से रिकवरी की योजनाओं में स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के बीच संतुलन बनाने की जरूरत बतायी है.
सीतारमण ने आज जी 20 देशों के वित्त मंत्रियों और केन्द्रीय बैंक के गवर्नरों की सउदी अरब की अध्यक्षता में हुयी बैठक को संबोधित करते हुये कहा कि जी 20 देशों ने कोरोना से निपटने के लिए पहले बनायी कार्ययोजना पर काम कर रहा है लेकिन अब रिकवरी योजनाओं में स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के बीच संतुलन बनाने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि इसके मद्देनजर वैश्विक नियामक तंत्र में सुधार की जरूरत है क्योंकि इससे साख निर्धारण प्रभावित होने की आशंका है. सीतारमण ने गत 15 अगस्त की बैठक में अनुमोदित प्रस्तावों पर चर्चा की और यह प्रस्ताव वर्तमान परिस्थितियों में जरूरी है.
इस बैठक के नतीजों में ऋण सेवा स्थगन पहल भी शामिल है. इससे कम आय वालें देशों को ऋण के भुगतान को निर्धारित समय तक स्थगित करने का मौका मिलता है. अभी यह व्यवस्था वर्ष 2020 के अंत के लिए है. केन्द्रीय बैंक के गवर्नरों ने इस अवधि को और छह महीने बढ़ाने पर सहमत हो गये हैं.