रांची: एनआईए द्वारा रांची से 83 वर्षीय फादर स्टेन स्वामी को भीमा कोरेगांव मामले में गिरफ्तार किए जाने को मांडर विधायक बंधु तिर्की ने संवैधानिक हनन बताते हुए घोर निंदा की है.
उन्होंने कहा कि भीमा कोरेगांव को बहाना बनाकर पहले महाराष्ट्र पुलिस और अब केंद्र के इशारे पर एनआईए ने आदिवासी मूलवासी के हक अधिकार में आवाज बुलंद करने वाले को एक साजिश के तहत उनकी आवाज को कुचलना चाहती है. एनआईए ने रात के अंधेरे में चोर दरवाजे से देश के प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता को बेबुनियाद आरोप लगाकर गिरफ्तार किया. इन पर महाराष्ट्र के एक गांव में स्थानीय हिंसा के मामले को षड्यंत्र के रूप में बदलकर हिंसा फैलाने का आरोप लगाया जाता है जो इनकी उम्र से ही पता लगाया जा सकता है कि यह आरोप बिल्कुल निराधार और बेबुनियाद है.
उन्होंने आगे कहा कि पिछले 3 दशकों से आदिवासी नेताओं सामाजिक कार्यकर्ता और आदिवासी हित में काम कर रहे हैं. आदिवासी हक अधिकार के लिए संवैधानिक हक की लड़ाई में तत्पर हैं. उन्हें चुन-चुन कर निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने फादर स्टेन स्वामी को निर्दोष बताते हुए उनकी जल्द रिहाई की मांग की है.