● झारखंड में दुष्कर्म के वारदातों पर उच्च न्यायालय गंभीर, लेकिन सरकार बेपरवाह
● स्टेन स्वामी जैसे अपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों के लिए मुख्यमंत्री को होता है दर्द, दुष्कर्म पीड़िताओं के दर्द पर असंवेदनशील
रांची: झारखंड में बीते दस महीनों के अंतर्गत दुष्कर्म के वारदातों में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी को घोर निंदनीय और चिंता का विषय बताते हुए भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार पर जबरदस्त जुबानी हमला बोला है.
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सवाल किया कि दुष्कर्म के जघन्य और शर्मनाक अपराधों पर भी आखिर उनकी चुप्पी क्यों है. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सार्वाधिक आदिवासी, दलित और वंचित वर्ग की बहनों और महिलाओं की अस्मिता लूटी गई है, किंतु मुख्यमंत्री के खून में ना तो उबाल आया और ना ही सरकार संवेदनशील हुई.
भाजपा ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा शासित प्रदेशों में दुष्कर्म के वारदातों पर हो-हल्ला मचाने वाली कांग्रेस पार्टी आखिर झारखंड में बेशर्मी से चुप क्यों है.
कुणाल षाड़ंगी ने कांग्रेस के राहुल गांधी को भी लपेटे में लेते हुए पूछा कि उनकी संवेदना हाथरस तक ही सीमित क्यों है ? झारखंड के बरहेट, साहेबगंज या अन्य जिलों के दुष्कर्म के मामलों में आखिर पीड़िताओं से कब मुलाकात करेंगे. कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि राहुल गांधी और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जिस दिन झारखंड की दुष्कर्म पीड़ित बहनों और उनके परिजनों से मुलाकात करेंगे, उनकी अगुवानी करने वे स्वयं जाएंगे.
उन्होंने कहा कि दुष्कर्म राजनीति चमकाने के विषय ना बनें, बल्कि इस कुकृत्य के विरुद्ध कारगर पहल होनी चाहिए.
कुणाल षड़ंगी ने कहा कि राज्य में दुष्कर्म के वारदातों पर उच्च न्यायालय गंभीर है. न्यायालय ने टिप्पणी किया था कि राज्य में हाथरस जैसे वारदात बढ़ सकतें है जिससे स्थिति विकराल होगी.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि स्टेन स्वामी जैसे लोग जिन्हें एनआईए ने आतंकवादियों के साथ संलिप्तता पाया है, उसकी गिरफ़्तारी पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दर्द होता है लेकिन नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले पर लीपापोती करती अपनी पुलिस पर कार्यवाही नहीं कर पाते हैं.
भाजपा ने कहा कि अविलंब राज्य सरकार इन मामलों में अभियुक्तों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई करे, अन्यथा भाजपा सड़क पर उतरेगी और उग्र आंदोलन को बाध्य होगी.