रांची: झारखंड में बेरमो और दुमका विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर बीजेपी और आजसू की रणनीति जोर पकड़ने लगी है. पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास दो दिनों से बेरमो में मोर्चा संभाल रहे हैं, तो बाबूलाल मरांडी दुमका पहुंचे हैं.
इन दोनों सीटों पर आजसू ने बीजेपी को समर्थन दिया है. दो दिनों पहले आजसू प्रमुख ने जैनामोड़ में आजसू कार्यकर्ताओं को लामबंद किया है. सुदेश का कहना है कि सरकार की नाकामियों के खिलाफ यह उपचुनाव लड़ा जा रहा है.
इससे पहले 13-14 अक्तूबर को भी बाबूलाल मरांडी दुमका के दौरे पर थे, तब उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी बिसात बिछाई थी. अब वे गांवों में लामबंदी करने पहुंचे हैं, आज बाबूलाल हथियापाथर, पाथेरपुर, केंदुआ टांड़, सुनवाडीह, वृंदावनी, बड़ा चंदवा, बेदियाचक में चुनावी कार्यक्रम करेंगे.
बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी का कहना है कि इस बार हेमंत सोरेन परिवार को पूरे धूमधाम के साथ दुमका से बोरिया- बिस्तर के साथ विदा करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हेमंत की सरकार सबसे कमजोर है और शासन को बिचौलिए चला रहे हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य में बिगड़ी कानून व्यवस्था, ट्रांसफर- पोस्टिंग और विकास कार्यों के जो हालात बने हैं उनसे हम जनता को वाकिफ करा रहे हैं. दुमका में लोग 10 महीने की हेमंत सरकार के कामकाज से निराश हैं.
इधर दो दिनों से बेरमो विधानसभा क्षेत्र में मोर्चा संभाल रहे रघुवर दास आज पेटरवार के चलकारो में महिला और बीटीपीएस में महिला चौपाल लगाएंगे. साथ ही बीटीपीएस में व्यवसायियों के साथ बैठक भी करेंगे.
शनिवार को रघुवर दास ने जरीडीह प्रखंड के तीरो गांव के बाजार टांड़ में महिला चौपाल कार्यक्रम किया था. इसमें चंदनक्यारी के विधायक अमर बाउरी भी मौजूद थे. इसके बाद घुवर दास ने जैनामोड़ स्थित आजसू नेता काशीनाथ सिंह के आवासीय कार्यालय में जैनामोड़ के व्यापारियों के साथ बैठक कर राज्य की मौजूदा स्थिति पर चर्चा के साथ बीजेपी उम्मीदवार को वोट देने की अपील की.
इससे पहले महिलाओं की चौपाल में रघुवर दास ने कहा कि हेमंत सरकार महिला विरोधी है. महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए हमारी सरकार ने 50 लाख तक की संपत्ति को एक रुपये में रजिस्ट्री करने समेत कई योजना शुरू की थी. लेकिन, वर्तमान सरकार ने इसे बंद कर दिया है. किसान सम्मान योजना को भी सरकार ने बंद कर दिया है.
गौरतलब है कि दुमका में बीजेपी की सीधी लड़ाई हेमंत सोरेन के छोटे भाई और झामुमो उम्मीदवार बसंत सोरेन से है. जबकि बेरमो में बीजेपी के सामने कांग्रेस से सीट छीनने की चुनौती है. दुमका में बीजेपी ने पूर्व मंत्री लुईस मरांडी को मैदान में उतारा है. बेरमो में योगेश्वर महतो बाटुल कांग्रेस के अनूप सिंह से दो- दो हाथ कर रहे है. 2019 के विधानसभा चुनाव में दुमका में झामुमो और बेरमो में कांग्रेस की जीत हुई थी.