/मुख्यमंत्री व कृषिमंत्री एयरपोर्ट रहे मौजूद
रांची. झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को बेहतर इलाज के लिए आज शाम एयर एंबुलेंस से चेन्नई ले जाया गया .इस दौरान रांची एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल भी मौजूद थे .मुख्यमंत्री ने कहा कि जगरनाथ महतो का रांची के मेडिका अस्पताल में पिछले कुछ दिनों से इलाज चल रहा था, लेकिन उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई थी . ऐसे में चेन्नई से आए विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह और राय मशविरा के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए चेन्नई ले जाने का निर्णय लिया गया .
कोरोना पॉजिटिव शिक्षामंत्री जगरनाथ महतो की तबीयत में सोमवार को थोड़ा सुधार हुआ है और उन्हें वेटिलेटर से हटा लिया गया था. उनकी स्थिति स्थिर रहने और उनके स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें एयर एंबुलेंस से चेन्नई शिफ्ट करने पर निर्णय लिया गया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी खुद आज दोपहर मेडिका पहुंचे, जिसके बाद शिक्षामंत्री को दिल्ली भेजने का निर्णय लिया गया. इससे पूर्व चेन्नई स्थित एमजीएम से रविवार देर रात विशेष विमान से रांची पहुंचे लंग्स स्पेशलिस्ट डॉ. अपार जिंदल और डॉ. मुरली कृष्णन ने रात करीब 11 बजे रांची एयरपोर्ट पहुंचते ही सीधे मेडिका अस्पताल पहुंचे और आज तड़के तीन बजे तक शिक्षामंत्री के स्वास्थ्य को लेकर मेडिका तथा रिम्स के चिकित्सकों की टीम के एस्समेंट करते रहे. शिक्षामंत्री को एकमो (कृत्रिम सांस) पर रखे जाने के बाद उनके शरीर में ऑक्सीजन का स्तर सामान्य हो पाया.
डॉ. अपार जिंदल ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एकमो देने के बाद शिक्षामंत्री के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है और उनके लंग्स को कुछ आराम मिला है. उन्होंने कहा कि लंग्स ट्रांसप्लांट अंतिम विकल्प होता है, इससे पहले कोशिश की जा रही है कि उनका फेफड़ा पूर्व की भांति ठीक तरीके से काम करने लगे. इस बात की काफी संभावना रहती है कि लंग्स को रेस्ट देने से फिर से वह सामान्य तरीके से काम करने लगता है.
डॉ. मुरली कृष्णन ने बताया कि शिक्षामंत्री के स्वास्थ्य एक-दो सप्ताह या जब तक उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो जाता है, तब तक उन्हें चिकित्सकों की निगरानी में रखा जाए.
इस अवसर पर कृषि मंत्री बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार शिक्षामंत्री को हरसंभव बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रत्यनशील है. कल जब शिक्षामंत्री की तबीयत बिगड़ने की खबर मिली, तो तत्काल मुख्यमंत्री भी अस्पताल पहुंचे. उन्होंने एशिया के सबसे अच्छे लंग्स स्पेशलिस्ट डॉ. जिंदल और डॉ. मुरली से फोन पर यह आग्रह किया कि वे सोमवार की जगह रविवार को ही रांची आ जाए. देश के सबसे बड़े चिकित्सक पहले से ही प्लान बनाया रहता है, लेकिन इसके बावजूद राज्य सरकार के आग्रह पर वे कल ही रांची आने के लिए तैयार हो गये, जिसके बाद मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का की ओर से तत्काल एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी और दोनों विशेषज्ञ चिकित्सकों को रांची लाया गया. उन्होंने बताया कि वे एयरपोर्ट से ही विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ है. चिकित्सकों की टीम एयरपोर्ट से सीधे मेडिका अस्पताल पहुंची और रात तीन बजे तक शिक्षामंत्री के स्वास्थ्य को लेकर मेडिका और रिम्स के चिकित्सकों की टीम के साथ एस्समेंट करती. उन्हीं के प्रयास से आज उनके स्वास्थ्य में सुधार देखा जा रहा है और वेंटिलेटर से उन्हें हटा लिया गया है.