रवि सिंह,
गोरखपुर: गोरखपुर में जुलूस निकाल रहे सपाइयों से पुलिस की भिड़ंत हो गई. पुलिस ने सपाइयों को रोकने की कोशिश की. इसके बाद उनके बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई. बाद में सपा नेताओं ने गिरफ्तारी दी और सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया.
सपाई बेतियाहाता स्थित अपने कार्यालय से जिलाधिकारी को ज्ञापन देने जा रहे थे. वे जुलूस की शक्ल में जैसे ही कार्यालय से आगे बढ़े पुलिस ने उन्हें रोक लिया. सपाइयों ने पुलिस से कहा कि उन्हें बढ़ते अपराधों के खिलाफ डीएम को ज्ञापन देने जाना है. पुलिस ने जुलूस की इजाजत न होने का हवाला देते हुए उन्हें रोकने की कोशिश की. इस दौरान काफी देर तक सपाइयों और पुलिस के बीच खींचतान होती रही.
अंत में अधिकारियों ने पुलिसवैन बुलाई. इसके बाद सपाइयों ने नारा लगाते हुए अपनी गिरफ्तारी दी.
जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने कहा प्रदेश में बेलगाम अपराध और बेखौफ अपराधी सत्ता संरक्षण में पल रहे हैं. जनता अपने को असुरक्षित मान रही है. चारों तरफ भय और आतंक का माहौल है.
18 अक्टूबर 2020 को गोरखनाथ मंदिर के सामने देवरिया जनपद की बलात्कार पीड़िता ने आत्मदाह करने का प्रयास किया. पुलिस की लीपापोती और अपराधियों को सत्ता द्वारा संरक्षण से कानून मानने वाले नागरिक विचलित हैं.