दुमका:- दुमका विधानसभा उपचुनाव में पार्टी का मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ है, लेकिन बीजेपी ने जेएमएम उम्मीदवार का वोट काटने के लिए कई निर्दलीय प्रत्याशियों को भी चुनाव में खड़ा कर रखा है. हेमंत सोरेन ने शनिवार को दुमका में प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि बहुत से निर्दलीय प्रत्याशियों से पूछने पर यह पता चलेगा कि उन्हें सुनियोजित तरीके से खड़ा किया जाएगा.लोकतंत्र में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है, कुछ लोग छल-प्रपंच, साम-दंड-भेद समेत सारी चीजों का प्रयोग करते है. भाजपा के दिग्गज नेता, मंझोले और छोटे-बड़े नेताओं सभी घूम रहे है, कुछ राज्य स्तरीय और कुछ राष्ट्रीय नेता भी घूम रहे हैं. वे खुद और जेएमएम उम्मीदवार पहले से ही यहां से चुनाव जीतते रहे है, भाजपा को तो यदाकदा जीत मिली है.इस बार भी जेएमएम की जीत सुनिश्चित है.
भाजपा शासन में सड़कों की स्थिति जर्जर हुई
दुमका और संतालपरगना की कुछ सड़कों की खास्ताहाल स्थिति के संबंध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में हेमंत सोरेन ने कहा कि रघुवर दास सरकार के पहले जब छह वर्ष पहले वे मुख्यमंत्री थे, तो लोग इन सड़कों की प्रशंसा करते थकते थे, लेकिन पिछले पांच सालों में भाजपा ने इन सड़कों की मरम्मति पर कोई ध्यान नहीं दिया, लेकिन अब स्थिति में जल्द ही सुधार हो जाएगी.
नौ महीने तक गर्भवती महिला की तरह परेशानियों से गुजरना पड़ा
पिछले नौ महीने के कार्यकाल में विकास की धीमी गति को लेकर भाजपा लगाये जा रहे आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक गर्भवती महिला नौ महीने तक किन परिस्थितियों से गुजरती है, यह उसी को पता होता है. सरकार का कामकाज शुरू करते ही वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण विकट परिस्थितियां उत्पन्न हुई, लेकिन अब विकास कार्यां में गति आएगी. उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार भले ही झारखंडवासियों के हक-अधिकार को देने में आना-कानी करें, लेकिन अब राज्य के लोगों को अपना हक-अधिकार छीन कर लेना भी आ गया है.