मेट्रो ट्रेनों के परिचालन में बाधा आने को लेकर डीएमआरसी ने हैरान करने वाली वजह बताई है। दिल्ली मेट्रो के प्रवक्ता ने बताया कि ओवरहेड इलेक्ट्रिक लाइन पर कई जगहों पर बड़े पैमाने पर पतंगों के मांजे फंस गए थे। इनके चलते बाधा आ रही थी और इन्हें मेंटेनेंस टीम ने फिजिकली हटाने का काम किया। इसके बाद 3:15 के बाद मेट्रो ट्रेन सेवा को शुरू किया जा सका। मेट्रो के इतिहास में शायद यह अपनी तरह का पहला मामला है जब यात्रियों को परेशानी का सामना इसलिए करना पड़ा, क्योंकि पतंग के मांज बड़े पैमाने पर फंस गए थे।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम द्वारा संचालित दिल्ली मेट्रो में लगातार आ रही तकनीकी खराबी की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। आलम यह है कि तकरीबन रोजाना दिल्ली मेट्रो की कोई न कोई लाइन में तकनीकी खराबी की घटनाएं सामने आ जाती है, जिससे दिल्ली के साथ एनसीआर के यात्रियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खासकर पीक आवर में तकनीकी खराबी आने से लोग समय से दफ्तर नहीं पहुंच पाते हैं।
स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त के रोज भी दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन में तकनीकी समस्या आने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। डीएमआरसी के अनुसार, यह परेशानी दोपहर दो बजे से 3.15 मिनट तक रही। इसकी वजह से सुभाष नगर से राजौरी गार्डन पर यातायात प्रभावित रहा। इसके अलावा नोएडा और वैशाली की तरफ जाने वाली मेट्रो का भी परिचालन बाधित रहा, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। खासकर रक्षाबंधन के त्योहार के दिन भाई-बहनों को।
मिली जानकारी के मुताबिक, बृहस्पतिवार को पतंगों के मांजे के चलते द्वारका से नोएडा और गाजियाबाद के वैशाली के बीच चलने वाली ब्लू लाइन मेट्रो में तकनीकी बाधा आ गई। दोपहर में 2 बजे से लेकर 3:15 तक मेट्रो का संचालन बाधित रहा। इसकी वजह मेट्रो के ओवरहेड इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट में पतंगों के मांजे का फंसना था।
DMRC ने बताया कि बड़ी मात्रा में पतंगों के मांझे मेट्रो लाइन पर आ गिरे जिसकी वजह से OHE ट्रिपिंग की समस्या शुरू हुई, जिसके बाद मेट्रो कर्मचारी हरकत में आए और मांझे को पूरी तरह से हटाया।
वहीं, दिल्ली मेट्रो के इस सबसे बिजी माने जाने वाले रूट पर सफर कर रहे लोगों को करीब 40 मिनट तक का इंतजार करना पड़ा। यात्री स्टेशनों पर फंसे रहे और ट्रेनों पर सवार लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। दिल्ली मेट्रो में रक्षाबंधन के मौके पर आमतौर पर खासी भीड़ रहती है।