रांची: पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पर राजद्रोह का मामला दर्ज किए जाने को हास्यास्पद करार दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार में बैठे लोग इस उपचुनाव में सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रहे हैं.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पर राज्यद्रोह का मामला दर्ज किया गया. इससे बड़ा एवं हास्यास्पद मामला और कुछ नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के द्वारा धाराएं लिख कर दी गई. जो आश्चर्य की बात है.
ऐसा लगता है जैसे कि पुलिस प्रशासन के लोग अपना काम राजनीतिक पार्टी के एजेंडे की तरह किया है. उन्होंने कहा कि सरकार को बिना विलंब किए अध्यक्ष को गिरफ्तार करना चाहिए.
बाबूलाल ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष का मैंने कहा था कि दिल्ली मत जाइए, नहीं तो लोग कहेंगे कि डर कर भाग गए. जिस थाना में केस दर्ज है, वहां सरेंडर कर दीजिए, पुलिस को क्यों कष्ट देना.
उन्होंने कहा कि बेरमो और दुमका उपचुनाव की सीटें एनडीए जीतती है तो सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी. ऐसा कहने पर मेरे ऊपर भी केस करें, मुझे भी गिरफ्तार करें.
उन्होंने कहा कि खबर लिखने वाले कुछ रिपोटर्स को भी सरकार द्वारा लिखित नोटिस दिया गया. जिन्होंने खबर को पढ़ा वैसे लोगों को भी ढूंढ-ढूंढ कर नोटिस दिया जाना चाहिए. ऐसा लगता है सरकार दिमागी रूप से दिवालिया हो गई है. क्या कर रही है, क्या नहीं कर रही कुछ पता नहीं चल पा रहा है.
उन्होंने कहा कि पदाधिकारी सरकारी एजेंडे के तहत काम कर रहे हैं. रविवार की रात को मसलिया थाना के सुगा पहाड़ी गांव में सत्या कंस्ट्रक्शन की एक गाड़ी से पैसा, फुटबॉल, जर्सी, नेट जैसे सामग्री का वितरण किया जा रहा था. जिससे गांव वालों द्वारा पकड़कर पुलिस के हवाले किया गया. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लुईस मरांडी दुमका की बेटी है. वहां की बहू और उनका कुल खानदान भी वहीं का मतदाता है. वहीं बसंत सोरेन ना तो वहां के मतदाता हैं और ना उनके परिवार से कोई वहां का मतदाता है. इसलिए दोनों विधानसभा सीटों के लोग गोलबंद होकर एनडीए को वोट करने जा रहे हैं.