रांची: टपक सिंचाई विधि और तकनीक को अपनाकर रांची के किसान कम भूमि पर सब्जी का अधिक उत्पादन कर रहे हैं. बाजार में सब्जियों की अच्छी कीमत मिलने से वे अधिक उत्साहित हैं.
रांची के किसान भगत ठाकुर पारंपरिक फसल धान के साथ सब्जी की खेती कर रहे हैं. इनके खेतों में फिलहाल करेला, टमाटर, गोभी और खीरा का उत्पादन भरपूर मात्रा में हो रहा है. थोक भाव में भी सब्जियों की अच्छी कीमत मिलने से वे काफी खुश हैं.
खेती के माध्यम से भगत ठाकुर के जीवन में आई खुशी की मुख्य वजह केंद्र सरकार की नीतियां और कृषि क्षेत्र में आई नई तकनीक है. टपक सिंचाई विधि, मिट्टी की जांच, उन्नत किस्म के खाद और बीज के साथ केंद्र से मिलने वाली सब्सिडी की वजह से भगत ठाकुर कम भूमि पर सब्जी का उत्पादन कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.
जरिया उरांव भी एक ऐसे किसान हैं जिनके पास कृषि योग्य भूमि अधिक नहीं है. इसके बावजूद वे भी तकनीक का इस्तेमाल कर सब्जी का भरपूर उत्पादन कर रहे हैं. जुलाई-अगस्त के महीने में किए गए इनके मेहनत का फल नवंबर के आधे महीने तक मिलने की पूरी उम्मीद है.
कृषि के क्षेत्र में नित नए दिन कई सकारात्मक बदलाव आ रहे हैं. कृषि से संबंधित प्रशिक्षण लेकर किसान भी पारंपरिक खेती को पीछे छोड़ व्यवसायिक खेती की ओर बढ़ रहे हैं और लाभ कमा रहे हैं.