रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह खाद्य आपूर्ति एवं वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, कांग्रेस विधायक दल नेता आलमगीर आलम, मंत्री बादल पत्रलेख, बन्ना गुप्ता, प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डा राजेश गुप्ता छोटू, प्रोफेशनल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य विक्रम जयसवाल, कांग्रेस नेता निरंजन पासवान सहित कांग्रेस के वरीष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों, विधायकों ,सांसदों ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी द्वारा जारी धरोहर श्रृंखला की चैबीसवीं वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप पर अपलोड कर देश के वर्तमान पीढ़ियों को अवगत कराने का काम किया.
प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डा रामेश्वर उरांव आज राष्ट्र निर्माण की अपने महान विरासत कांग्रेस की श्रृंखला धरोहर की चैबीसवीं वीडियो को अपने सोशल मीडिया व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, फेसबुक एवं ट्विटर पर जारी पोस्ट को शेयर करने के उपरांत मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस के अधिवेशनों ने स्वतंत्रता की ठोस नींव रखने से लेकर देशवासियों की एकता को बरकरार रखकर अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जनांदोलन खड़ा किया.
हमारे आज के एपिसोड में देश को एकता के सूत्र में पिरोने में कांग्रेसी अधिवेशनों के योगदान को निकट से दर्शाया गया है .डा रामेश्वर उरांव ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि आजादी के उस दौर में कांग्रेस के अधिवेशन महज खुले आसमान या छत के नीचे होने वाले राजनीतिक कार्यक्रम नहीं थे बल्कि स्वतंत्रता संग्राम की नींव के इन्हीं अधिवेशनों ने देश की एकता को बरकरार रखा और बड़े आंदोलनों में जन भागीदारी सुनिश्चित की.
यह कांग्रेस अधिवेशन ही थे जिन्होंने देश की जनता को अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ एक मजबूत आवाज उपलब्ध कराई . 1921 के अहमदाबाद अधिवेशन में देशबंधु चितरंजन दास को अध्यक्ष चुना गया लेकिन उनके जेल में होने के कारण हाकीम अजमल खान ने इस अधिवेशन का नेतृत्व किया.
इस अधिवेशन में असहयोग के संकल्प को पुनः मजबूती देने के साथ व्यक्तिगत सविनय अवज्ञा के आयोजन और महात्मा गांधी जी को एकमात्र कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया. 1922 में देशबंधु चितरंजन दास जी की अध्यक्षता में गया में हुए अधिवेशन में बहिष्कार की नीति जारी रही और मजदूर संगठनों के गठन जैसे प्रस्ताव पारित किए गए.
1923 में मौलाना आजाद की अध्यक्षता में दिल्ली अधिवेशन में ही ऑल इंडिया खादी बोर्ड की स्थापना की गई और खादी के उत्पादन एवं इस्तेमाल को बढ़ाने तथा विदेशी कपड़ों के बहिष्कार का प्रस्ताव पारित किया गया. इस अधिवेशन में ही सविनय अवज्ञा आंदोलन के लिए कमेटी बनाई गई. इसके अलावा पंडित नेहरू और नेताजी को शामिल करते हुए संविधान संशोधन के लिए भी एक समिति बनाई गई.
इन अधिवेशनों को देखें तो पता चलता है कि कांग्रेस ने सदैव माना है कि हर वर्ग को अपनी आवाज उठाने के लिए एकजुट होने का अधिकार है, कांग्रेस ने कभी मजदूरों की आवाज दबाई नहीं बल्कि उनकी आवाज को मजबूती दी, उनको अधिकार दिए,श्रम सुधार के कानून बनाए .
कांग्रेस विधायक दल नेता आलमगीर आलम ने कांग्रेस की धरोहर चैबीसवीं वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप,इंस्टाग्राम पर जारी करते हुए कहा कि कांग्रेस अधिवेशन में खादी के इस्तेमाल के साथ-साथ अधिकारों की भी बात की गई, मजदूरों के अधिकारों का कभी भी हनन नहीं किया गया, ठीक उसी तरह खादी का इस्तेमाल कांग्रेस के लिए कभी राजनीतिक जुमलेबाजी नहीं रहा बल्कि देश को एकता के सूत्र में पिरोने और स्वदेशी को बढ़ावा देने का बीज मंत्र रहा है. कांग्रेश सदैव देश की एकता के लिए समर्पित रही है और देश की आजादी का मूल मंत्र भी यही एकता रही है
झारखंड सरकार में कांग्रेस मंत्री बादल पत्रलेख एवं बन्ना गुप्ता ने धरोहर वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल फेसबुक, ट्विटर व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम पर जारी करते हुए कहा कि कांग्रेस अधिवेशन के माध्यम से पूरे भारतवर्ष की एकता और अखंडता ने ही दीवार बनकर हमेशा देश विरोधी ताकतों से देश की रक्षा की थी आज उसी दीवार को तोड़ने के प्रयास किए जा रहे प्रयासों को विफल करना हम सबकी जिम्मेदारी है और हम एकजुट रहकर ही देश विरोधी ताकतों को परास्त कर सकते हैं.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से धरोहर वीडियो की चैबीसवीं वीडियो जारी करते हुए कहा कि आजादी के उस दौर में कांग्रेस अधिवेशनों ने भारतवर्ष की एकता और अखंडता के लिए देश के नागरिकों को जो प्रस्ताव दिया उसे देश की जनता ने स्वीकार किया क्योंकि कांग्रेस की नीतियों और कार्यक्रमों एवं देश प्रेम की भावना को यह देश भलीभांति समझता था और उसी एकता और अखंडता के बल पर अंग्रेजी हुकुमत की नींद उड़ा दी थी.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सुखेर भगत,चैतू उरांव,अमरेन्द्र कुमार सिंह, सन्नी टोप्पो,बेलस तिर्की, फिरोज रिजवी मुन्ना,देवजीत देवघरिया, सोनी नायक,जितेन्द्र त्रिवेदी, विनीता पाठक,विभय शाहदेव, सहित पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं, विधायक ,सांसद, मंत्रियों ने धरोहर वीडियो को अपने सोशल मीडिया के माध्यम से जनता के समक्ष प्रेषित किया है जो काफी ट्रेंड कर रहा है.