कानपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के कानपुर में ‘गंगा सम्मेलन’ को संबोधित करेंगे, जिसमें उत्तराखंड के गोमुख से लेकर पश्चिम बंगाल में गंगा सागर तक गंगा नदी की सफाई पर फोकस किया जाएगा. हालांकि कार्यक्रम की तारीख अभी तक तय नहीं की गई है, लेकिन इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है.
जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने प्रधानमंत्री की यात्रा के संबंध में चर्चा करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) का दौरा किया.आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, कार्यक्रम शहरी विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है और आईआईटी-कानपुर में आयोजित किया जाएगा.
एक अधिकारी ने कहा, “उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियोंको इस आयोजन में आमंत्रित किया जा रहा है, जहां गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने पर चर्चा होगी। इन चारों राज्यों से होकर गंगा बहती है. ”
1,600 किलोमीटर लंबे प्रयागराज-हल्दिया जलमार्ग पर भी चर्चा होगी.
गंगा नदी की सफाई मोदी सरकार की प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में से एक रही है जिसने नमामि गंगे परियोजना शुरू की थी -एक एकीकृत संरक्षण मिशन, जिसे केंद्र सरकार ने जून 2014 में 20,000 करोड़ रुपये के बजट आउटले के साथ ‘फ्लैगशिप प्रोग्राम’ के रूप में मंजूरी दी थी.