पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल में 7 महीने से ज्यादा समय बंद रहने के बाद आज से पटरी पर लोकल ट्रेनें दौड़नी शुरू हो गईं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती दिखीं. ट्रेनें चलाने से पहले रेलवे और राज्य सरकार ने कोरोना वायरस को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए जाने का आश्वासन दिया था.
सुबह के समय ट्रेनों में कम भीड़ दिखी, लेकिन नौ बजते ही ऑफिस टाइम में भीड़ जुटनी शुरू हो गई. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं. सफर के दौरान बड़ी तादाद में यात्री एक-दूसरे से सटकर बैठे दिखाई दिए. लोगों ने कोरोना नियमों का बिल्कुल भी ख्याल नहीं रखा. बिना मास्क और बिना सोशल डिस्टेंसिग के ही यात्री ट्रेन में सफर करते दिखे.
पश्चिम बंगाल में पूर्व और दक्षिण पूर्व रेलवे के तहत चलने वाली लोकल ट्रेन सेवाएं आज सुबह से शुरू की गईं. सात महीने से भी ज्यादा समय पहले कोरोना महामारी की वजह से सतर्कता बरतने के लिए लोकल ट्रेन सेवा को रोक दिया गया था.
पूर्वी रेलवे सियालदह खंड में 413 उपनगरीय ट्रेनें जबकि हावड़ा (Howrah) खंड में 202 ट्रेनें आज से चलनी शुरू हो गईं. वहीं दक्षिण-पूर्व रेलवे 81 नियमित ट्रेनों को चला रहा है.
लोकल रेल सेवा को शुरू करने से पहले प. बंगाल सरकार और रेलवे प्रशासन के बीच कई बार बैठकें भी हुई थीं. बैठक में ट्रेन सेवा शुरू करने के दौरान कोरोना महामारी के लिए जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की बात पर सहमति बनी थी.