रांची:- भाजपा सरकार की कथित जन विरोधी, मजदूर – किसान विरोधी और राष्ट्र विरोधी नीतियों के खिलाफ मजदूर संगठनों ने एकजुट हो संघर्ष का एलान किया है. इसके तहत 26 नवंबर को पूरेदेश मे संयुक्त हड़ताल होगी .ट्रेड यूनियनों, श्रमिक फेडरेशनो और कर्मचारी एसोसिएशनों ने आज रांची स्थित सीएमपीडीआई मे एक संयुक्त कन्वेंशन आयोजित कर 26 नवंबर की देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया. कन्वेंशन की अध्यक्षता डीडी रामानंदन, अशोक यादव और शुभेंदु सेन की तीन सदस्यीय अध्यक्ष मंडल ने की.
कन्वेंशन का मुख्य प्रस्ताव सीटू के राज्य महासचिव प्रकाश विप्लव ने रखा जिसमें हड़ताल की सफलता के लिए एक व्यापक कार्यक्रम की रूपरेखा का विवरण था. इस प्रस्ताव पर एटक के अजय सिंह, एक्टू के भुवनेश्वर केवट , सीटू के अनिवाण बोस. कोयला सेक्टर से आर. पी. सिंह, अशोक यादव, बेफी से एमएल सिंह, बीमा सेक्टर से दिनेश, निर्माण क्षेत्र से महेश मुंडा, अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ से सुनील साह, नवीन चौधरी, सुशीला तिग्गा, देव नारायण मुंडा, फार्मा सेक्टर से एजाज अहमद समेत, बीड़ी, स्कीम कर्मचारियों, ट्रांसपोर्ट एवं इंटक, एचएमएस, टीयुसीसी, एआईयुटीयुसी, और स्वतंत्र फेडरेशनो के नेताओं ने अपने बिचार रखते हुए कन्वेंशन को संबोधित किया.
वक्ताओं ने मजदूर विरोधी श्रम कोड, किसान और कृषि विरोधी अधिनियम वापस लेने, सार्वजनिक क्षेत्र के उधमो, कल कारखानो, रेलवे और रक्षा क्षेत्र के निजीकरण का निर्णय वापस लेने रोजगार, वेतन, सामाजिक सुरक्षा और सभी के लिए पेंशन की गारंटी करने, सभी के लिए भोजन, स्वास्थ्य, शिक्षा और आय का प्रबंध सुनिश्चित करने के साथ – साथ कोरोना से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए आयकर के दायरे से बाहर सभी मेहनतकशों के खाते मे अगले 6माह तक 7500रू हर माह ट्रांसफर करने तथा प्रत्येक व्यक्ति को हर महीने 10 किलो अनाज दिए जाने की मांग शामिल है. कंवेशन में 12 सेक्टरों के 223 प्रतिनिधि शामिल हुए. कंवेशन में हड़ताल की सफलता के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार अभियान चलाकर 25 नवंबर को हर स्तर पर मशाल जुलूस निकाले जाने का आह्वान किया गया.