रांची: कोरोना को लेकर लगे लॉकडाउन से बाजार धीरे-धीरे उबर रहा है. अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है. धनतेरस में इसकी बानगी देखने को मिली. लोगों ने जमकर खरीदारी की. अपने कारोबार को पहले की तरह पटरी पर लाने के लिए व्यापारी दम लगा रहे हैं. अब उन्हें चुनाव में भी ताकत लगानी होगी.
31 दिसंबर से पहले चुनाव–
झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स का चुनाव 31 दिसंबर से पहले होना तय है. इसके लिए प्रक्रिया जल्द शुरू होने की संभावना है. बताया जाता है कि दिवाली के बाद कार्यकारिणी की बैठक कर तारीख का ऐलान कर दिया जाएगा. चैंबर अध्यक्ष कुणाल आजमानी का कहना है कि कोरोना को लेकर जारी स्वास्थ्य मंत्रालय की दिशा-निर्देश का पालन करते हुए चुनाव कराया जायेगा.
तीन महीने का एक्सटेंशन–
बतातें चलें कि कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या को लेकर कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय ने सितंबर में कंपनियों को तीन महीने तक एक्सटेंशन करने का निर्देश दिया था. इसी आदेश के आलोक में चैंबर ने कार्यकारिणी की बैठक की और वर्तमान कमेटी को 31 दिसंबर तक एक्सटेंशन देने का प्रस्ताव पारित किया. उक्त बैठक में वित्तीय वर्ष का लेखा-जोखा सहित कई अन्य प्रस्तावों को स्वीकृति मिली थी.
कार्यकारिणी में 11 सदस्य–
चैंबर की कार्यकारिणी के लिए 11 सदस्यों का चुनाव होता है. संगठन के सदस्य मतदान के जरिये इनका चुनाव करते हैं. वर्तमान में पूरे राज्य में झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स के करीब 3700 सदस्य हैं. चुनाव अध्यक्ष का चेहरा सामने रखकर लड़ा जाता है. चुने गये सदस्यों में से महासचिव सहित अन्य पदाधिकारियों का चुनाव होता है. इसके अलावा छह क्षेत्रीय प्रतिनिधि भी चुने जाते हैं.
दो गुट आमने-सामने–
चुनाव में हमेशा सीधी टक्कर होती है. दो गुट आमने-सामने होता है. लाख कोशिश के बाद भी तीसरा गुट कभी नहीं बना पाया. कई बार तो दूसरे गुट की टीम तक नहीं बन पाती है. कई बार दोनों टीम एक ही सदस्य पर अपनी दावेदारी पेश करते हैं.
आम चुनाव की तरह–
आम चुनाव से झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स का चुनाव कम नहीं होता है. मैदान में खड़ा होने वाली टीमें अपना-अपना घोषणा पत्र जारी करती है. प्रचार-प्रसार के लिए हर तरह का कदम उठाती है. वोटरों को लुभाने के लिए हर तरह का हथकंडा अपनाती है. बैठक से लेकर पार्टी तक का दौर चलता है. इसके बाद मतदान होता है.