-अलबर्ट एक्का चौक का इलाका सबसे ज्यादा प्रदूषित
रांची: आदेश के बावजूद रविवार को दीपावली पर लोगों ने जम कर पटाखे जलायें. जिस वजह से शहर में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया. झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों पर गौर करें तो सामान्य दिनों की तुलना में शहर रविवार को ध्वनि प्रदूषण का स्तर 30 फीसदी से अधिक रहा. जबकि, आतिशबाजी के लिए राज्य सरकार ने समय भी तय कर दिया था. आतिशबाजी के लिए सरकार ने रात के आठ बजे से रात के 10 बजे तक का समय तय किया था. इसके अलावा केवल ग्रीन पटाखे ही जलाने थे. लेकिन, आदेश की धज्जियां उड़ गयीं.
अलबर्ट एक्का का इलाका सबसे ज्यादा प्रदूषित:
रविवार को अलबर्ट एक्का का इलाका सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा. यहां शाम सात बजे से ध्वनि प्रदूषण फैलना शुरू हो चुका था. यहां सामान्य दिनों में ध्वूनि प्रदूषण 62 डेसिबल रहता है. लेकिन, रविवार की शाम छह बजे से रात के 12 बजे तक ध्वनि प्रदूषण का आंकड़ा 75 डेसिबल हो चुका था.
रांची के चार इलाकों में प्रदूषण मापने का लगा है यंत्र:
झारखंड राज्या प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से शहर में चार जगहों हाईकोर्ट, अलबर्ट एक्का चौक, कचहरी चौक व अशोक नगर इलाके में ध्व नि प्रदूषण मापने के लिए यंत्र लगाये गये हैं.
चार जगहों पर ध्वनि का प्रदूषण का आंकड़ा इस प्रकार है:
स्थाान- समय रात का- प्रदूषण (डेसिबल में)
- हाईकोर्ट-9 बजे से 10 बजे तक-68.2
- अलबर्ट एक्का चौक-10 बजे से 11 बजे तक-77.3
- कचहरी चौक-9 बजे से 10 बजे तक-79.0 डेसिबल
- अशोक नगर-9 बजे से 10 बजे तक-73.6