पटना: नीतीश कुमार ने आज सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ ली है. उनके साथ बीजेपी, जेडीयू, HAM और वीआईपी के नेताओं और विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. नीतीश कैबिनेट का इसबार का स्वरूप बदला-बदला नजर आ रहा है. चुनावी परिणामों के सामने आने के बाद एनडीए सरकार में बीजेपी की धमक साफ देखी जा सकती है. यही कारण है कि दो-दो उपमुख्यमंत्री पद बीजेपी को दी गई है. इसके अवाला पांच विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. साथ ही जेडीयू कोटे से पांच विधायकों को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई.
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी पटना पहुंचे. राजभवन में एक सादे समारोह में नीतीश कैबिनेट को शपथ दिलाई गई.
बीजेपी कोटे से शपथ लेने वाले मंत्रियों के नाम :
1. तारकिशोर प्रसाद: उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बिहार में भी दो उप-मुख्यमंत्री बनाया गया है. एनडीए सरकार में भाजपा कोटे से तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी उपमुख्यमंत्री बनाया गया है. भाजपा विधानमंडल दल के नेता बने तारकिशोर प्रसाद कटिहार से चौथी बार विधायक बने हैं. 1974 में ललित नारायण विवि से इंटर पास तारकिशोर प्रसाद 1980 के दशक से ही ही राजनीति व सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं. वे पहली बार फरवरी 2005 में कटिहार से विधायक बने. इसके बाद अक्टूबर 2005 और साल 2010 में भी विधायक बने.
2. रेणु देवी: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में बनने वाली एनडीए सरकार में भाजपा कोटे से रेणु देवी भी उपमुख्यमंत्री बनी हैं. रविवार को एनडीए विधानमंडल दल की बैठक में ही दोनों का चयन भाजपा विधानमंडल दल के नेता व उपनेता के तौर पर हुआ है. रेणु देवी बेतिया विधानसभा क्षेत्र से पांचवीं बार विधायक निर्वाचित हुई हैं. साल 2000 में पहली बार विधायक बनीं रेणु देवी 2005 और साल 2010 में विधायक निर्वाचित हुईं. साल 2015 में मात्र दो हजार से भी कम मतों से चुनाव हार गईं. इस बार 2020 में फिर वे बेतिया से चुनी गईं हैं.
3. अमरेंद्र प्रताप सिंह: बीजेपी नेता अमरेंद्र प्रताप सिंह आरा से चौथी बार विधायक चुने गए हैं. बक्सर जिले चौगाई गांव के रहने वाले अमरेंद्र प्रताप सिंह को नीतीश कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है.
4. मंगल पाण्डेय: बिहार बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके मंगल पाण्डेय को फिर एकबार मंत्री बनाया गया है. पिछली सरकार में वे स्वास्थ्य मंत्री का प्रभार संभाले हुए थे. चमकी बुखार और कोरोना के दौरान प्रबंधन को लेकर वे विवादों में भी रहे.
5. रामसूरत राय: रामसूरत राय औराई विधानसभा सीट से बीजेपी की टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते हैं.
6. रामप्रीत पासवान: मधुबनी जिला के राजनगर से विधानसभा चुनाव जीतने वाले रामप्रीत पासवान को भी नीतीश कैबिनेट में जगह मिली है.
7. जीवेश मिश्रा: दरभंगा के जाले विधानसभा क्षेत्र से लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए जीवेश मिश्रा को बीजेपी ने बड़ा इनाम दिया है. उन्हें नीतीश कुमार कैबिनेट में जगह मिली है. इस चुनाव में उन्होंने जिन्ना को लेकर बयान देने वाले कांग्रेस उम्मीदवार मस्कूर उस्मानी को हराया है.
जेडीयू कोटे से शपथ लेने वाले मंत्रियों के नाम :
1. विजय चौधरी: बिहार विधानसभा के अध्यक्ष रहे विजय चौधरी को इस बार नीतीश कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है. उन्हें नीतीश कुमार का करीबी भी माना जाता है. विजय चौधरी समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा सीट से विधायक बने हैं.
2. विजेंद्र यादव: विजेंद्र यादव जेडीयू के वरिष्ठ नेताओं में शुमार है. पिछली सरकार में वे उर्जा मंत्री थे. नीतीश कुमार ने फिर उनपर भरोसा जताया है. विजेंद्र यादव सुपौल से विधानसभा चुनाव जीते हैं.
3. अशोक चौधरी: कभी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे अशोक चौधरी को नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जेडीयू का प्रदेश अध्यक्ष बनाया. पिछली सरकार में भी उन्हें मंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई थी. अशोक चौधरी ने एकबार फिर मंत्री पद के लिए पद और गोपनीयता की शपथ ली है.
4. मेवालाल चौधरी: तारापुर से जेडीयू के विधायक मेवालाल चौधरी को भी नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है. उन्हें भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.
5. शीला मंडल– नीतीश कुमार ने अतिपिछड़ा समाज से आने वाली फुलपरास से विधायक शीला मंडल पर भी भरोसा जताया है. पहली बार विधायक बनी शील मंडल को अपनी कैबिनेट में शामिल किया है.
जीतनराम मांझी ने बेटे को बनाया मंत्री–
बिहार चुनाव से ठीक पहले एनडीए का हिस्सा बनी जीतनराम मांझी की पार्टी चार सीट जीतने में सफल रही. हिनुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) को बिहार कैबिनेट में भी शामिल किया गया है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने अपने बेटे को नीतीश कैबिनेट में शामिल करने का फैसला किया.
‘सन ऑफ मल्लाह’ मुकेश सहनी भी बने मंत्री–
बिहार में ‘सन ऑफ मल्लाह’ के नाम से मशहूर मुकेश सहनी भी चुनाव से ठीक पहले महागठबंधन का दामन छोड़कर एनडीए की हिस्सा बने थे. सीट बंटवारे में उनकी पार्टी को 11 सीटें दी गई थीं. हालांकि वे खुद तो चुनाव हार गए, लेकिन VIP के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे 4 उम्मीदवार चुनाव जीतने में जरूर सफल रहे. हालांकि, नीतीश कैबिनेट में मुकेश सहनी को जगह दी गई है और वे आज मंत्री पद की शपथ लिए.