रांची:- झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू ने छठ महापर्व को लेकर राज्य सरकार से आग्रह किया है कि कुछ संशोधनों के साथ छठ वर्तियों को नदी,तालाबों एवं छठ घाटों पर लोक आस्था के महान पर्व को मनाने की आनुमति दी जाए ,छठ पर्व की मान्यताओं के अनुसार कोरोना वैश्विक महामारी का सफाया हो जाएगा.
कांग्रेस प्रवक्ताओं ने राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा विरोध किये जाने को राजनीति से प्रेरित बताते हुए राज्य सरकार से मांग की है कि अन्य पर्व-त्योहार की भांति सीमित संख्या में छठव्रतियों को छठ घाट जाकर पूजा करन की अनुमति दी जाए.
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण पर अंकुश को लेकर केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का झारखंड में सख्ती से पालन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अभी कोरोना संक्रमण के मामले में कमी जरूर आयी है, लेकिन अभी संक्रमण से मुक्ति नहीं मिली है, इसलिए लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए.उन्होंने कहा कि छठ महापर्व आस्था से जुड़ी हुई है,इसलिए राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों पर पुनर्विचार की आवश्यकता की आवश्यकता है.आलोक दूबे ने कहा राज्य की जनता गठबंधन सरकार के निर्णयों के साथ है,सरकार किसी की दुश्मन नहीं है,राज्य सरकार को हर एक जिंदगी की चिन्ता है भाजपा को नौटंकी करने की जरुरत नहीं है,किसी को भी ठीकेदारी करने की जरुरत नहीं है.
प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि छठ पर्व को लेकर राज्य सरकार निश्चित रूप से जनभावना का ख्याल रखेगी, लेकिन राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का विरोध करने के पहले भाजपा नेताओं को बिहार और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का अध्ययन करना चाहिए.उन्होंने कहा कि छठ जैसे आस्था के महापर्व पर भाजपा नेताओं को राजनीति करने से बचना चाहिए.
प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में लोग खुद भी संक्रमण से बचाव को लेकर सभी एहतियाती कदम उठा रहे है और बड़ी संख्या में आम जन की ओर से इस त्योहार की पवित्रता और शुद्धता को लेकर अपने घर में ही अर्घ्य देने की तैयारी सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन जारी करने के पूर्व में ही कर ली गयी थी. इसके बावजूद पार्टी की यह मान्यता है कि बड़ी संख्या में लोग अपने घर में अर्घ्य अर्पित करने में असमर्थ है,इसलिए सरकार छठ घाटों पर सीमित संख्या में अर्घ्य अर्पित करने की अनुमति दें.