सुरूर रज़ा,
रांची: झारखंड सरकार के आदेश के बाद दूसरे राज्यों के लिए बसों का परिचालन शुरू हो चुका है. परिचालन की छूट बस मालिकों को सशर्त दी गयी थी. लेकिन, बस स्टैंड में गाइडलाइन की धज्जियां उड़ती दिख रही है. सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर लोग मास्क भी नहीं लगा रहे हैं. न तो इसकी जांच हो रही है न लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के लिए कहा जा रहा है.
बस स्टैंड में पांव रखने तक की जगह नहीं होती है. शाम होते ही बसों की सीटें, बोनट व टूल पूरी तरह से फूल हो जा रही हैं. शाम को बस स्टैंड का नजारा देख कर ऐसा लगता है कि शहर में कोरोना महामारी का डर लोगों के दिल से पूरी तरह से निकल चुका है. प्रशासन भी पूरी तरह से चुप है.
खादगड़ा बस स्टैंड से रोजाना 50 से अधिक बसों का परिचालन होता है. बस संचालक और स्टाफ के चेहरों पर रौनक लौट आई है. विगत कुछ महीनों से बसों के परिचालन ठप होने की वजह से इस कारोबार में काफी नुकसान हुआ, परंतु अब स्थिति काफी बदल रही है.
गाइडलाइन की उड़ रही धज्जियां:
कोरोना संक्रमण के दौर में सरकार ने कुछ गाइडलाइंस के तहत लोगों को बसों में सफर करने की इजाजत दी है पर कुछ जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आई, क्योंकि कुछ यात्री ने भले ही चेहरे पर मास्क पहना था पर आमतौर से ज्यादातर लोगों ने मास्क नहीं पहना था. साथ ही अगर थर्मल स्कैनिंग की बात करे तो वो भी सिर्फ नाम के लिए किया जा रहा है.