दिल्ली: आस्था का महापर्व छठ को लेकर सियासत तेज हो गई है. बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने मुंबई के प्राकृतिक जलाशयों किनारे बड़े पैमाने पर छठ पूजा करने पर रोक लगाने संबंधी आदेश मंगलवार को जारी किए हैं. इसके अलावा दिल्ली सरकार पहले ही छठ घाटों पर प्रतिबंध लगा चुकी है. बीजेपी की दिल्ली इकाई ने नदी के किनारों, मंदिरों में और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा आयोजित करने पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग तेज करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के सामने प्रदर्शन किया है.
पूर्वांचल मोर्चा के अध्यक्ष कौशल मिश्रा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ‘पूर्वांचल विरोधी’ करार दिया और कहा कि इस प्रतिबंध से दिल्ली में रहने वाले बिहार एवं पूर्वांचल के लोगों की धार्मिक भावनायें आहत हुई है. बीजेपी की दिल्ली इकाई के उपाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार अगले 24 घंटे के अंदर अपने ‘तुगलकी फरमान’ को वापस ले ले, नहीं तो पूर्वांचल के लोग इसे उचित समय पर सबक सिखाएंगे.
सिंह ने सवाल किया कि केजरीवाल ने साप्ताहिक बाजारों, मॉलों और शराब की दुकानों को खोल दिया है और पूरी क्षमता के साथ डीटीसी बसों को चलाने की अनुमति दी है तो वह छठ महापर्व को प्रतिबंधित कर पूर्वांचल के लाखों लोगों के साथ भेदभाव क्यों कर रहे हैं .