रांची: भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए झामुमो पर कड़ा प्रहार किया. साहू ने कहा कि झामुमो सनातन परंपरा, धर्म कर्म से कुछ भी लेना देना नहीं है. सत्ता लोलुपता चाटुकारिता एवं तुष्टिकरण में ये सब कुछ भूल गए है. उन्होंने कहा कि ये लोग सत्ता के मद में बौराये हुए है. मां दुर्गा का भक्त कहलाने वाले सुप्रियो भट्टाचार्य ने कल छठ व्रत करने वाले मां-बहनों का जितना अपमान किया उतना शायद मुगलो एवं अंग्रेजो ने भी नहीं किया था.
उन्होंने कहा कि आश्चर्य इस बात की है कि कुल्ला, मुंह धोने और नहाने भी सीख दे रहे है. इनको पता होना चाहिए कि छठ व्रत एक तपस्या है और इनके परिवार के लोग कभी छठ नहीं किये है, सिर्फ दूर से देखते है. साहू ने कहा कि इन्हें पता होना चाहिए कि जो छठ व्रती माताए-बहने होती है उनका खरना प्रसाद जूठा खाने के लिए लोग कतार लगाए रहते है, यह परंपरा है.
व्रतियों का गिला कपड़ा से लोग अपने मुह और माथा पोछकर आशीर्वाद लेते है. ये सूर्य भगवान की पूजा की जाती है. जिस प्रकार से इन्होंने छठ महापर्व का अपमान किया है राज्य की जनता कभी माफ नही करेगी. जगरनाथ मंदिर पूरी, उड़ीसा में जो प्रसाद का जूठा गिरता है उसे सूखा कर महाप्रसाद बनाकर वितरण किया जाता है. हिन्दू धर्म के पूजा-पाठ को भी ये जाति में बांट रहे है.
उन्होंने कहा कि सबसे पहले इनके ऊपर जाति विद्वेष फैलाने का केस दर्ज होना चाहिए. इन्होंने पर्व त्योहार में भी जाति विद्वेष फैलाया है. साहू ने कहा कि चूंकि ये भ्रष्टाचार घाट के पानी पीने वाले लोग है तो छठ घाट की महिमा कहां से समझ पाएंगे. इनको बतलाना चाहिए कि कलकत्ता के घाट में कौन कौन डुबकी लगाकर पानी पिये है. डायरी में कौन कौन घाट का उल्लेख है.
एनआईए जांच में स्टेन स्वामी के घाट का कौन-कौन पानी पिए है. दुमका उपचुनाव के विजय जुलूस में अचार संहिता रहते हुये रायफल घाट का स्वाद कैसा है. जनाजे की भीड़ घाट कैसा है. रिसालदार बाबा के चादर घाट का पानी कैसा है. सैकड़ो लोगो के ट्रांसफर पोस्टिंग उद्योग घाट का पानी कैसा है. 1200 माताए-बहनों के साथ जो विभत्स व्यहार किया गया है उसपर क्या कहना है. बढ़तेअपराध एवं उग्रवाद के घाट का पानी का स्वाद कैसा है. कोयला,बालू एवं पत्थर तस्करी के घाट का पानी कैसा है.
साहू ने कहा प्रदेश अध्यक्ष सांसद दीपक प्रकाश आदरणीय बाबूलाल मरांडी, सीपी सिंह सहित भाजपा नेताओं पर टिप्पणी झामुमो की छोटी मानसिकता का परिचायक है. उन्होंने कहा कि झामुमो नेता सामान्य राजनीतिक मर्यादा और संस्कार भी भूल चुके है.
उन्होंने कहा कि भट्टाचार्य पहले उतनी ऊंचाई प्राप्त कर लें फिर टिप्पणी करें तो ठीक रहेगा. बाबूलाल मरांडी, सीपी सिंह जैसे नेताओं को जनता का आशीर्वाद प्राप्त है. साहू ने कहा कि सिर्फ भाजपा नेताओं पर केश दर्ज की बात करके झामुमो ने बता दिया कि तुगलकी फरमान को भाजपा ने ही वापस करवाया है.झामुमो कांग्रेस का पत्र केवल दिखावा था.
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता कार्यकर्ता सभी घाटों पर रहेंगे,सरकार केस दर्ज कराने की तैयारी रखे.