जेआरडी स्पोर्ट्स कंपलेक्स पहुंचे अर्जुन मुंडा आर्चरों का ट्रायल देखा
जमशेदपुर:- अगले वर्ष होने वाले टोक्यो ओलंपिक को लेकर स्थानीय जेआरडी स्पोर्ट्स कंपलेक्स में आर्चरी के चल रहे ट्रायल को देखने ऑल इंडिया आर्चरी एसोसिएशन के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा पहुंचे . उन्होंने प्रशिक्षक के साथ-साथ खिलाड़ियों से भी बातचीत की तथा उनकी हौसला अफजाई की. इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए अर्जुन मुंडा ने कहा कि हम चाहेंगे की अर्चनी का विश्व चैंपियन सीप इंडिया में भी आयोजित किया जाए. इससे देश की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनेगी और प्रतिभाओं को उभारने में भी मदद मिलेगी. श्री मुंडा ने कहा कि टाटा स्टील का इंफ्रास्ट्रक्चर इंटरनेशनल टूर्नामेंट कराने के लायक है. टाटा स्टील ने खेलों पर आरंभ से ही विशेष ध्यान दिया है. आज आर्चरी में जो भी प्रगति देखने को मिल रही है उसमें टाटा स्टील की अहम भूमिका रही है. उन्होंने बताया की जनजातीय क्षेत्रों में बहुत सारी प्रतिभाएं हैं. जिन्हें सामने लाने की जरूरत है . सुदूर ग्रामीण जनजातीय क्षेत्रों में भी टैलेंट है और उन्हें प्रशिक्षण देकर बेहतर प्रदर्शन कराया जा सकता है . आर्चरी के क्षेत्र में प्रतिभाओं की खोज भविष्य के लिए बहुत ही अच्छा होगा . हमारे खिलाड़ियों में आत्मविश्वास पैदा करने की जरूरत है. कभी-कभी ऐसा देखा जाता है कि हमारे तीरंदाज जब दूसरे देशों में प्रदर्शन करने जाते हैं तो उनके अंदर माहौल को लेकर संशय रहता है . उनके दिमाग में यह बात आती है कि वह दूसरे देश में आए हैं. कैसा होगा . क्या कर सकते हैं कर पाएंगे कि नहीं . इस तरह की बातें हैं उनके मन मस्तिष्क में आती है . जो उनके खेल को प्रभावित करती है . इसलिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए तीरंदाजों को भेजने और अपने यहां अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट कराने की जरूरत है. इससे उनमें आत्मविश्वास पैदा होगा और वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करेंगे. श्री मुंडा ने बताया कि आर्मी , बीएसएफ सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी जैसे सैनिक और अर्धसैनिक बालों में भी खेल को विकसित करने की जरूरत है. वे चाहेंगे कि उनके स्तर पर भी आर्चरी का प्रशिक्षण केंद्र बने जहां रुचि रखने वाले जवानों को प्रशिक्षित किया जाए . वह भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं . पहले हमने देखा है कि सेना से जुड़े लोगों ने पिस्टल प्रतिस्पर्धा और तीरंदाजी में अच्छा प्रदर्शन किया है . उन्होंने कहा कि वे रेलवे से भी संपर्क में है ताकि रेलवे भी अपने स्तर से इस तरह के टूर्नामेंट का आयोजन करें. प्रशिक्षण केंद्र बनाए. ताकि वहां अच्छे-अच्छे प्रतिभाओं को प्रशिक्षण देकर बेहतर खिलाड़ी पैदा किया जा सके . उन्होंने बताया कि देश में आर्चरी के क्षेत्र में बहुत सारी संभावनाएं हैं . प्रतिभाओं की कमी नहीं है. बस बेहतर प्रयास और लगन से काम करने की जरूरत है. उल्लेखनीय है कि जेआरडी स्पोर्ट्स कंपलेक्स में टोक्यो ओलंपिक के लिए आर्चरी का ट्रायल शुरू हो चुका है . 27 नवंबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम में टॉप 3 अथवा 4 तीरंदाजों का चयन किया जाएगा जो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करेंगे . विदित हो कि महिला वर्ग में तीरंदाज दीपिका कुमारी ने क्वालीफाई कर लिया है . दो तीन अन्य खिलाड़ियों का चयन किया जाना है. जेआरडी स्पोर्ट्स कंपलेक्स में देशभर के तीरंदाज पहुंचे हैं , जहां उनका ट्रायल चल रहा है