दिल्ली: 2 महीने की शांति के बाद पेट्रोल-डीजल ने पिछले 8 दिन से तेवर दिखाना शुरू कर दिया. आज पेट्रोल 25 पैसे और डीजल 30 पैसे की बढ़त के साथ शुरू हुआ. सर्दी और कोरोना संकट के दौर में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि जारी है इससे आमजन मुश्किल में पड़ गया है.
संकट के इस दौर में पेट्रोल-डीजल आम आदमी की पकड़ से बाहर होता जा रहा है. एक तरफ तो पिछले 8 दिन में कीमतों में वृद्धि का दौर जारी है दूसरी तरफ राज्य सरकार भी लॉकडाउन अवधि में 2 बार पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ा चुकी है.
कोरोना संकट के बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद भी देश और प्रदेश में पेट्रोल डीजल के दाम में वृद्धि का दौर जारी है. पिछले 8 दिनों में जिस तरह से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि हो रही है उससे ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार का तेल कंपनियों पर नियंत्रण पूरी तरह समाप्त हो चुका है.
तेल कंपनियां ढाई महीने शांत बैठने के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम होने के बाद भी अपना मार्जिन बढ़ाने के लिए पिछले 8 दिन से कीमतों में वृद्धि का दौर शुरू कर चुकी हैं. 20 नवम्बर को पेट्रोल-डीजल में वृद्धि का दौर शुरू हुआ जो आज तक जारी है.
इस अवधि में पिछले 8 दिन में पेट्रोल जहां एल रुपए 20 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ है वहीं डीजल की कीमतों में भी 1.88 रुपए की वृद्धि हुई है. पेट्रोल के दाम 89.41 रुपए के स्तर पर पहुंच गए हैं. वहीं डीजल के दाम में भी 81.15 रुपए का मुकाम हासिल किया है.