जेल मैनुअल के तहत शनिवार को तीन लोगों को मुलाकात की अनुमति, पर कोई मिलने नहीं आया
रांची:- अरबों रुपये के चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव से जेल मैनुअल के मुताबिक शनिवार को तीन लोगों को मुलाकात की अनुमति मिलती है, लेकिन यह सुविधा उपलब्ध रहने के बावजूद आज कोई भी नेता या उनके परिवार का सदस्य उनसे मिलने नहीं पहुंचा.
रांची के रिम्स निदेशक के केली बंगले से पेइंग वार्ड में शिफ्ट होने के बाद लालू प्रसाद यादव ज्यादातर समय अपने कमरे में ही बंद रह रहे है, जबकि बंगले में रहने के दौरान वे सुबह-शाम टहलते थे और दिन में धूप का भी आनंद लेते थे, परंतु पेइंग वार्ड में कोरोना संक्रमण के खतरे के मद्देनजर लालू प्रसाद अपने पेइंग वार्ड में ही समय गुजार रहे हैं. बताया गया है कि कोरोना संक्रमण के खतरे से चिंतित लालू प्रसाद ने खुद ही शनिवार रहने के बावजूद पार्टी के किसी सदस्य को मुलाकात के लिए अनुमति नहीं दी.
वायरल ऑडियो की फॉरेसिंग जांच की तैयारी
इधर, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद के मोबाइल पर बातचीत प्रकरण में रांची पुलिस जांच में जुट गई है. रांची के बरियातू थाने में प्राथमिकी के लिए आवेदन मिलने के बाद संबंधित आडियो की फोरेंसिक जांच की तैयारी की जा रही है. लालू प्रसाद के खिलाफ आवेदन पुंदाग के रहने वाले भाजपा नेता अनुरंजन अशोक ने दिया है. इसमें आरोप लगाया है कि भाजपा के पीरपैंती विधायक ललन पासवान से लालू प्रसाद ने जेल से फोन पर बातचीत की है. इसमें बिहार विधानसभा में अध्यक्ष पद के होने वाले चुनाव में पार्टी के विरुद्ध जाकर विपक्ष को सहयोग करने के लिए चुनाव के क्रम में अनुपस्थित रहने के लिए प्रलोभन देने का आरोप लगाया है. अनुरंजन अशोक द्वारा दिए गए आवेदन में यह भी कहा गया है कि लालू प्रसाद ने भरपूर सहयोग करने का अनुरोध किया है. अनुपस्थित रहने के लिए कोरोना संक्रमित होने का बहाना बनाने का भी सुझाव दिया है. इसके बदले लालू प्रसाद यादव ने मंत्री पद देने की लालच दी थी. सारी बात रिकार्डेड रहने के बाद का एक आडियो क्लिप भी पेन ड्राइव में दिया है. मामले में आवेदन देने के बाद रांची पुलिस ने विधि सम्मत कार्रवाई की बात कही है.