दिल्ली: किसानों का आंदोलन रविवार को चौथे दिन जारी है. केंद्र सरकार द्वारा लागू नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसान देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं. हालांकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अपील के बाद किसान नेताओं की बैठक चल रही है. बताया जा रहा है कि बैठक में आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा.
दिल्ली-हरियाणा सीमा स्थित सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बताया कि किसान नेताओं की कोर कमेटी की बैठक चल रही है जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी. गृहमंत्री ने शनिवार को किसानों से दिल्ली के बुराड़ी ग्राउंड आकर प्रदर्शन करने की अपील की. साथ ही, उन्होंने किसानों को यह भी आश्वासन दिया कि बुराड़ी ग्राउंड शिफ्ट होने के दूसरे दिन ही भारत सरकार उनके साथ चर्चा के लिए तैयार है.
वहीं दिल्ली के गृहमंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि किसानों के साथ बातचीत के लिए किसी भी प्रकार की शर्त नहीं होनी चाहिए. केंद्र सरकार को बातचीत का आयोजन तुरंत करनी चाहिए, वे हमारे देश के किसान हैं. उन्होंने कहा कि किसानों को अपना विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति दी जानी चाहिए जहां वे चाहते हैं.
सत्येंद्र जैन ने कहा कि हमें किसानों की परेशानी भी देखनी चाहिए. किसान अपने घर से दूर खुशी से नहीं आया है. लोकतंत्र में सभी को शांतिपूर्ण तरीके से अपनी आवाज रखने का पूरा अधिकार है और वो जहां चाहें अपने अधिकार का प्रयोग कर सकते हैं.
किसानों का संगठन भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया कि सिंघू बॉर्डर पर चल रही बैठक में आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बैठक में यह तय होगा कि आगे कहां जाना है. राकेश टिकैत उत्तर प्रदेश से आए किसानों के साथ गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं.