रांची: देश के अन्नदाता किसानों के खिलाफ हिंसा और अत्याचार बंद करने, किसानों की आवाज एवं उनकी परेशानियों का समाधान तुरंत निकालने व कृषि काले कानून को अविलंब वापस लेने की मांग को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में सोमवार को झारखंड के लाखों कांग्रेस जनों एवं आम लोगों ने सोशल मीडिया पर स्पीक अप फौर फारमर्स कैंपेन चलाया.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बताया आज दिनांक 30 नवंबर को पूर्वाहन 10 बजे से देश के किसानों के संघर्ष में सोशल मीडिया पर करोड़ों कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं ने कैंपेंन चलाकर किसानों की आवाज बनने की प्रतिबद्धता दुहराई है. सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आज पूर्वांहन 10 बजे सोशल मीडिया व्हाट्सएप ट्विटर फेसबुक पर अपना वीडियो अपलोड किया.
प्रदेश प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में झारखंड कांग्रेस के मंत्री व विधायक दल नेता आलमगीर आलम, मंत्री बादल पत्रलेख, बन्ना गप्ता, प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे,लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ. राजेश गुप्ता छोटू, शशि भूषण राय, आदित्य विक्रम जयसवाल, निरंजन पासवान, सन्नी टोप्पो, बेलस तिर्की, सांसद, विधायक, वरिष्ठ पदाधिकारी एवं कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं ने भी अपने सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप, इन्सटेग्राम पर वीडियो अपलोड किया.
वीडियो अपलोड करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा केंद्र की मोदी सरकार ने वादा था किसानों की आय दुगनी करने का, लेकिन आय तो कई गुना बढ़ा दी न अडानी-अंबानी की.
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि देश के अन्नदाता किसानों पर जिस तरह से बल प्रयोग किया जा रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है, पार्टी इसके खिलाफ संघर्ष जारी रखेगी.
मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि जो काले कृषि कानूनों को अब तक सही बता रहे हैं, वो क्या खाक किसानों के पक्ष में हल निकालेंगे? इसलिए अब संघर्ष की एकमात्र रास्ता बचा है.
मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि पूंजीपति मित्रों के हितों की रक्षा को लेकर केंद्र की मोदी सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से गर्त में धकेल दिया है.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि किसानों ने दिल्ली कूच किया है और अब उन्हें कोई ताकत रोक नहीं सकती. उन्होंने कहा कि काले कानून की समर्थक भाजपा नेताओं के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश का माहौल है, जय किसान और जय जवान के नारे के विपरीत आज किसानों और जवानों को आपस में लड़ा दिया गया है, किसानों पर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है, ऐसे में देश चुप नहीं बैठ सकता है.
प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि संसद से तीन पारित तीन कृषि संशोधन कानूनों को जब तक वापस नहीं ले लिया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि 70 वर्षों में देश में किसी सरकार ने ऐसा जनविरोधी कदम नहीं उठाया, लेकिन एक बड़ी साजिश के तहत किसानों को बर्बाद करने की कोशिश की जा रही है, इसे देश स्वीकार नहीं कर सकता.