UttarPradesh– अल्प प्रवास पर कटनी पहुंचीं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि तिरंगा और गंगा के बाद गाय के लिए काम करूंगी. शायद यही भगवान कार्तिक की प्रेरणा है. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा आज चतुर्दशी और पूर्णिमा दोनों है. आज पूरी पूर्णिमा है. कार्तिक पूर्णिमा पर अमरकंटक में थी. वहां पर कार्तिक स्वामी की प्रतिमा है.
उमा भारती आदिवासियों के टोले में पहुंची
चतुदर्शी की रात महत्वपूर्ण है. कार्तिक स्वामी ने चतुर्दशी के दिन ही दैत्यों पर विजय प्राप्त की थी. यहां एक बड़ी अद्भुत घटना हुई. मैं कल जंगल में घूमने निकली पैदल. मैंने अपनी फोर्स को कम कर दिया.
उमा भारती ने कहा- मैं अब गाय के लिए काम करूंगी
उन्होंने बताया कि गाय का नाम चांदनी है और बछड़ी का नाम रख दीजिए. मैंने उसका नाम तारा रख दिया. मैंने वहीं तय किया कि जैसे तिरंगा और गंगा के लिए जैसे काम किया वैसे अब गाय के लिए काम करूंगी. शायद यही भगवान कार्तिक की इच्छा है.
उमा भारती ने कहा- किसान की बेटी हूं, किसानों का दर्द जानती हूं प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान है. इस देश में किसान जितनी एकजुटता से रहेगा उसे उतना ही लाभ होगा. पिछले सालों में किसान कर्जदार हुआ है, आत्महत्या के मामले बढ़े हैं, किंतु यदि किसान को समय खाद, पानी और बिजली मिल जाए तो वह कर्जदार से कर्जदाता बन जाएगा