दिल्ली: दिल्ली में किसानों से वर्ता से पहले गृह मंत्री अमित शाह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर पहुंच गए हैं. कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शनकारी दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं. देश के सभी संगठनों को बुलावा नहीं भेजा गया. यह देश के किसानों में फूट डालने वाली बात है. हमने बैठक में नहीं जाने का फैसला किया है.”
किसानों और सरकार के बीच आज वार्ता होगी. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने दिल्ली के विज्ञान भवन में किसान नेताओं के साथ बैठक बुलाई है. कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 6 दिनों से किसान सड़कों पर हैं और लगातार सरकार से आधिकारिक वार्ता की मांग कर रहे थे.
इससे पहले सरकार की शर्त थी कि किसान बुराड़ी ग्राउंड में जाएं, फिर बात होगी लेकिन किसानों सरकार की शर्त को मानने से इनकार कर दिया था. किसानों ने चेतावनी दी थी कि अगर सरकार उनसे बात कर उनकी मांगों का हल नहीं निकालती तो वह दिल्ली के सभी रास्तों को जा कर देंगे. किसानों की चेतावनी के बाद अब सरकार ने उन्हें बिना शर्त बातचीत के लिए बुलाया है.
पंजाब किसान संघर्ष समिति के जनरल सेक्रेटरी सुखविंदर सब्रन ने कहा है कि देश में किसानों के 500 से ज्यादा समूह हैं, लेकिन सरकार ने सिर्फ 32 समूहों को बातचीत के लिए न्योता दिया है. बाकी को सरकार द्वारा नहीं बुलाया गया है. उन्होंने कहा कि हम तब तक बातचीत नहीं करेंगे, जब तक सभी समूहों को नहीं बुलाया जाता.